एल्गिन में मरीजों के बेड पर अब नहीं नजर आती दिन लिखी हुई चादरें

एल्गिन में मरीजों के बेड पर अब नहीं नजर आती दिन लिखी हुई चादरें

जबलपुर। एल्गिन अस्पताल में अब मरीजों के बेड पर दिन लिखी हुई चादर अब नजर नहीं आती है। कोविड काल के पहले शुरू की गई यह व्यवस्था ठेकेदार की लापरवाही की भेंट चढ़ गई। ऐसे में अब गर्भवती महिलाओं और जननियों को संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।

बताया जाता है कि इस व्यवस्था को वर्ष 2019-20 में इसलिए शुरू किया गया था कि गर्भवती महिलाएं संक्रमण से बची रहें। इसके लिए शुरूआत में कुछ दिन यह व्यवस्था चली लेकिन कोविड के बाद यह पूरी तरह से ठप हो गई।

7 दिन की 7 रंग की चादरें

व्यवस्था के मुताबिक एनक्यूएएस सर्टिफाइड अस्पताल में सप्ताह के 7 दिन के मुताबिक 7 अलग-अलग रंग की चादर उपलब्ध कराई गई थी। इन चादरों के बीच में सोमवार, मंगलवार जैसे सभी दिन के नाम लिखे हुए थे। ऐसे में सोमवार की चादर का अगले बार उपयोग किए जाने के लिए 6 दिन का समय मिलता था।

क्या कहता है अस्पताल प्रबंधन

एल्गिन अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि दिन के मुताबिक चादर नहीं बिछाई जा पा रही है। इसके लिए ठेकेदार समय पर काम नहीं कर रहा है। इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी जा चुकी है। इसकी जगह हम प्रयास कर रहे है कि साफ चादरें मरीजों को उपलब्ध कराई जा सके।

करेंगे ठेकेदार पर कार्रवाई

इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा का कहना है कि यह व्यवस्था शुरू की गई थी लेकिन वर्तमान में यह बंद है। चादर को धुलवाने के लिए ठेका दिया गया है। ठेकेदार पर हम नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।