सीएम के आगमन पर महापौर को न बुलाने पर सत्तापक्ष ने साधी चुप्पी

सीएम के आगमन पर महापौर को न बुलाने पर सत्तापक्ष ने साधी चुप्पी

ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव ने नगर निगम द्वारा संचालित लालटिपारा गौशाला में नए शेड के उद्घाटन, विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में महापौर डॉ. शोभा सिकरवार को न बुलाने पर भले ही कांग्रेस विधायकों ने विरोध जताया हो, लेकिन उसके बाद से पूरी कांग्रेस व निगम की सत्ता में अल्पमत वाले पार्षद दल ने चुप्पी साध रखी है। हालात यह हैं कि अभियाचित बैठक के दौरान भी सत्तापक्ष अनदेखी के मुद्दे को उठाने पर अनिर्णय की स्थिति में फंसा होकर गोलमोल दिख रहा है।

बीते पांच दिन पहले 04 जनवरी को दूसरी बार ग्वालियर प्रवास पर आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव के ग्वालियर एयरपोर्ट पर आगमन व नगर निगम द्वारा संचालित लालटिपारा गौशाला में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की 1.94 करोड़ की निधि से तैयार हुए नए शेड का उद्घाटन किया था। इसके बाद कानून व विकास कार्यों की समीक्षा हरिशंकरपुरम स्थित राजस्व मुख्यालय में पहुंचकर की थी। लेकिन किसी भी कार्यक्रम का विधिवत महापौर को निमंत्रण नहीं दिया गया। जिसके चलते नगर की प्रथम नागरिक सभी कार्यक्रमों से दूर देखी गईं।

परिषद में मुद्दा उठाने से कतरा रहे कांग्रेस पार्षद

महापौर की अनदेखी के मामले को परिषद की अभियाचित बैठक में उठाने के मुद्दे पर कांग्रेस पार्षदों व एमआईसी सदस्य अनिर्णय की स्थिति में होकर गोलमोल हैं। जिसके लिए कांग्रेस का निगम की सत्ता में होने के बाद भी अल्पमत में होना व सदन के नेता के अपमान के मुद्दे पर बहुमत वाले विपक्षी भाजपा के साथ न देने पर चुप्पी साथ रखी है। हालांकि कांग्रेस पार्षद इस मामले में अपने नेताओं से संपर्क कर आगामी रणनीति पर गोलमोल है।

खुद मुख्यमंत्री ने किया था फोन, लेकिन नीचे वालों ने की उपेक्षा

मुख्यमंत्री ने ग्वालियर प्रवास पर आने से पहले खुद महापौर को फोन लगाकर आने का आग्रह किया था, लेकिन जानकारों का कहना है कि इसके बाद भी राजनेताओं से अभिप्रेरित अधिकारियों ने महापौर को कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण व बुलावा नहीं पहुंचाया। जिसके चलते महापौर कहीं भी दिखाई नहीं दीं और इसी के चलते राजस्व मुख्यालय में आयोजित बैठक में विधायक सतीश सिंह सिकरवार, राजेन्द्र भारती, सुरेश राजे, मेहताब सिंह ने खुलकर विरोध जताया था।