भाजपा-कांग्रेस के लिए नाक का सवाल बनी सांवेर सीट पर
इंदौर। इंदौर के सांवेर से विधायक और वर्तमान में सूबे के मंत्री तुलसीराम सिलावट और हार्दिक पटेल की कहानी अमूमन कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के पहलु पर बिल्कुल एक-सी है... और अब संयोग देखिए कि गुजरात विधानसभा के सबसे युवा विधायक हार्दिक पटेल को अग्रिम चुनावी तैयारी के मद्देनजर भाजपा आलाकमान ने उस सांवेर विधानसभा में भेजा है, जो फिलवक्त मप्र की सबसे हाईप्रोफाइल एससी-एसटी आरक्षित सीट में शुमार है। रविवार को यहां पहुंचे हार्दिक आगामी सात दिनों तक यहां चुनावी समीकरणों को परखेंगे।
यहां क्या करेंगे हार्दिक?
बगावती तेवरों को भांपेंगे और नाराज कार्यकर्ताओं में समर्पण के प्राण फूंकेंगे। यहां सामाजिक और जातिगत वोटों के जत्थों में पैठ रखने वाले अगुआ और स्थानीय भाजपा नेताओं से जमीनी फीडबैक लेंगे। सूत्रों ने दोहराया हार्दिक समेत जिले की अन्य 9 विधानसभाओं पर पहुंचे गुजरात के विधायक अपनी रिपोर्ट सीधे शीर्ष भाजपा नेतृत्व को सौंपेंगे।
मैं टिकट देने नहीं, रिपोर्ट तैयार करने आया हूं - हार्दिक -युवा विधायक पटेल ने यहां मीडिया से कहा कि विस्तारक की भूमिका में वह सांवेर पहुंचे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी का टिकट तय करने नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत टटोलने आए हैं। तमाम पहलुओं, क्षेत्र की जनता तक केंद्र और राज्य की योजनाओं का लाभ और सरकार की जनहितेषी कार्यों के प्रचार-प्रसार भी उनकी फीडबैक रिपोर्ट में शामिल होगा।
पटेल ने स्वीकार किया वे यह रिपोर्ट सीधे शीर्ष नेतृत्व (दिल्ली) को सौंपेंगे, साथ ही उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश और केंद्र में एक बार फिर भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सरकार बनाने जा रही है।