ग्राम उमरिया जुझारी के गरीबों का दर्द; दो कमरों के मकान में न एसी न फ्रिज, फिर भी थमाए जा रहे 20 हजार से ज्यादा के बिल
जबलपुर में बिजली बिल माफी योजना में सामने आई गड़बड़ी
भोपाल। जबलपुर के मझौली ब्लॉक के ग्राम उमरिया जुझारी के शिवराम मजदूरी करते हैं। वह रोजाना बमुश्किल तीन सौ रुपए कमा पाते हैं और परिवार सहित दो कमरों के मकान में रहते हैं। छह माह पहले उनके बिजली का बिल 80-100 रुपए आता था। विस चुनाव से पहले सरकार ने बिजली बिल माफी योजना शुरू की, तो उन्होंने बिल नहीं भरा। फरवरी में उन्हें छह माह का 29,189 रु. का बिल थमा दिया गया। शिवराम ने बताया कि उसके यहां एक मीटर है, लेकिन दो मीटर क्रमांक से बिल भेजे गए हैं। गांव के कुंवरलाल सहित दो दर्जन से अधिक गरीबों को ऐसे ही भारी भरकम बिजली बिल थमाए गए हैं। अब ये गरीब परेशान हैं कि बिल कैसे भरें? दरअसल, तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि जो गरीब बिजली का बिल नहीं भर पाएंगे, उनका बिल सरकार भरेगी और बड़े बिल छोटे किए जाएंगे। इसके बाद गांव के कई गरीब परिवारों ने बिल नहीं भरे, अब इन्हें भारी-भरकम बिल थमाए जा रहे हैं। इसके अलावा एक और बड़ी गड़बड़ी सामने आई है कि 192 ऐसे ग्रामीणों को सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है, जो उमरिया जुझारी के निवासी ही नहीं हैं।
मुख्यमंत्री तक पहुंंची गड़बड़ी की शिकायत
ग्राम उमरिया जुझारी के ही सुखचैन चौधरी की ओर से सीएम को शिकायत की गई है कि कृषि पंप के कनेक्शन लेने के लिए लाइनमैन को 2 जनवरी को 20 हजार रु. दिए थे, लेकिन इसकी रसीद नहीं दी गई। लाइनमैन कहता है-मैं हूं ना, पंप खूब चलाओ। इसी तरह राम कुमार से 11 हजार रु. लिए, लेकिन रसीद 6 हजार की दी। राम मिलन चौधरी से घरेलू बिल के नाम पर 5 हजार रु. लिए, लेकिन रसीद नहीं दी।
सागर में भी आ चुका है मामला, काटे गए थे कनेक्शन
बिजली बिल माफ करने की घोषणा के बाद सागर में करीब 8 हजार बिजली उपभोक्ताओं ने बिल नहीं भरे। इसके कारण अकेले शहरी क्षेत्र में ही 13 करोड़ रुपए से अधिक बिजली बिल बकाया हो गया था। वसूली के लिए चुनाव बाद बिजली कंपनी ने बकायादारों के कनेक्शन काटने शुरू कर दिए थे।
बिलों की शिकायत सीएम हाउस में की। इस पर मेरा ही कनेक्शन काट दिया। मझौली विद्युत वितरण केंद्र में शिकायत की, पर सुनवाई नहीं हुई। हेल्पलाइन नं. 1912 पर भी शिकायत की, लेकिन निराकरण नहीं हुआ। - राजेन्द्र सिंह, ग्राम उमरिया जुझारी
पात्रता के अनुसार बिजली बिल में लाभ दिया जा रहा है। गांव में अगर बड़े बिल भेजे जा रहे हैं, तो शिकायत भेजें। पूरे मामले की जांच होगी। नियम विरुद्ध राशि लेने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। - मनु श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव, ऊर्जा