देश में डिजिटल स्किल्स की जरूरत 2025 तक होगी नौ गुना : डॉ. भंडारी

देश में डिजिटल स्किल्स की जरूरत 2025 तक होगी नौ गुना : डॉ. भंडारी

इंदौर। नए दौर में सभी विषयों के स्टूडेंट्स के लिए अच्छे कॅरियर के लिए डिग्रियों से ज्यादा स्किल्स जरूरी है। स्टूडेंट्स चैट जीपीटी और एआई के संग कॅरियर के नए-नए अवसरों को प्राप्त कर कर सकते हैं। अब गैर वैज्ञानिक पृष्ठभूमि वाले कॉमर्स, आर्ट्स और अन्य विधाओं के ऑफबीट कॅरियर के विकल्प पहले की तुलना में कई गुना ऊंचाई पर हैं और बेहतर सैलरी पैकेज के आधार बन गए हैं।

यह कहना रहा शिक्षाविद् डॉ. जयंतीलाल भंडारी का। अवसर था श्वेतांबर जैन महासंघ द्वारा जैन दिवाकर कॉलेज में नि:शुल्क कॅरियर मार्गदर्शन शिविर का। डॉ. भंडारी ने कहा कि डिजिटल इकोनॉमी में नई पीढ़ी के लिए सबसे अधिक कैरियर के चमकीले मौके हैं। इसका कारण यह है कि जहां एक ओर बड़ी संख्या में देश के युवाओं की मुट्ठी में नए दौर की कैरियर स्किल्स हैं, वहीं दूसरी ओर तेजी से बढ़ती हुई देश की अर्थव्यवस्था के कारण नए रोजगार अवसरों का निर्माण हो रहा है।

अच्छे संस्कारों के साथ अच्छे कैरियर की जरूरत

महासंघ के कैलाश नाहर एवं राजेंद्र जैन ने बताया कि शिविर में पूर्व कुलपति डॉ. नरेंद्र धाकड़ ने कहा कि नए दौर में साइंस और टेक्नोलॉजी की बढ़ती हुई अहमियत के मद्देनजर स्टूडेंट्स अपनी अनुरूपता के अनुरूप कैरियर का निर्धारण करें। डॉ. अमिय पहारे ने स्टार्टअप और उद्यमिता, डॉ. अपूर्व त्रिवेदी ने कम्प्यूटर और कम्युनिकेशन स्किल्स एवं डॉ. नितिन तांतेड़ ने मैनेजमेंट में बढ़ते हुए कॅरियर के मौकों से स्टूडेंट को परिचित कराया। कार्यक्रम की शुरुआत में कैलाश नाहर ने अच्छे संस्कारों के साथ अच्छे कैरियर की जरूरत बताई। अतिथियों का स्वागत अभय बाफना, सुशील तांतेड़ और ललित छल्लानी ने किया। इस मौके पर भंवरलाल कासवा, शिखरचंद बाफना आदि वरिष्ठ समाजजन भी उपस्थित थे। संचालन राजेंद्र जैन ने किया।