जो कहा वो कर दिखाया महापौर ने,नए साल में नहीं मिलेंगे गंदे नाले नर्मदा में

जो कहा वो कर दिखाया महापौर ने,नए साल में नहीं मिलेंगे गंदे नाले नर्मदा में

जबलपुर। संभवतय यह देश में पहली बार हो रहा है जबकि किसी महापौर ने नदी को शुद्ध करने का बीड़ा उठाया है। इतना ही नहीं उन्होंने रिकॉर्ड समय में 7 नए एसटीपी प्लांट बना लिए हैं जिन्हें वे जनवरी माह के अंत तक शुरू करवा देंगे। यह छोटी उपलब्धि नहीं है,जो लोग नगर निगम की वर्किंग जानते हैं वे अच्छी तरह से समझते हैं कि किसी भी नए प्रोजेक्ट को पूरा करने में कितना समय लगता है,महापौर ने डीपीआर तैयार करवाने से लेकर इन सातों एसटीपी को तैयार करवाने के लिए काफी मेहनत की और अब वे इन्हें पूरा भी कर चुके हैं। मां नर्मदा सभी की आस्था का विषय हैं इनमें गंदे नालों के जरिये जब गंदगी मिलती है तो यह हर आस्थावान के लिए कष्ट का विषय है। जबलपुर के नगर निगम एरिया में करीब 13 ऐसे नाले हैं जो सीधे नर्मदा में मिलते आए हैं। इन्हें शोधित कर रोकने का उपाय सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट है जिसके लिए पिछले दशक में करीब 3 एसटीपी अलग-अलग जगहों पर बनाए भी गए हैं।

अब नए 7 एसटीपी प्लांट बन चुके हैं और नए साल के पहले ही सप्ताह में इन्हें प्रारंभ भी किया जा सकता है। दरअसल नर्मदा भक्तों की इस पीड़ा को महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने समझा और उन्होंने महापौर का चुनाव लड़ने के पहले ही यह घोषणा की थी कि यदि वे महापौर बनते हैं तो उनका सबसे पहला काम नर्मदा में गंदे नालों को मिलने से रोकना होगा। उन्होंने ऐसा किया भी और महापौर बनते ही पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए वह एसटीपी प्लांट से संबंधित ही थी। उन्हें अपना वादा पूरा करने में कुछ समय लगा मगर अब वे इस काम में सफलता के करीब हैं। नए 7 एसटीपी प्लांट बनाए जा चुके हैं जिनका शुभारंभ जल्द किया जाएगा।

ऐसे काम करेंगे एसटीपी प्लांट

नर्मदा में मिलने के पूर्व कुछ दूरी पर लगे हुए एसटीपी प्लांट नालों से आने वाली गंदगी को शोधित करेंगे। ठोस अपशिष्ट अलग किया जाएगा जो कि खाद बन जाएगा। वहीं दूषित जल को भी शोधित कर साफ किया गया पानी ही नर्मदा में जाने दिया जाएगा। वहीं इन प्लांट से निकला हुआ कम साफ पानी को गार्डनिंग या वाहन धोने जैसे कामों में भी लिया जाएगा। इनमें गौर नदी के पास,खारी घाट में लगे एसटीपी प्लांट काफी कारगर साबित होने वाले हैं। कुल 7 एसटीपी प्लांट लगाए जा रहे हैं जिनमें 2 छोटे व 5 बड़े प्लांट हैं।

मैं इसी शहर का नागरिक हूं और पिछले 20 सालों से नगर निगम से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हूं। नर्मदा में गंदे नाले मिलने से रोकने दावे बहुत किए गए मगर ये अमल में नहीं आए। हम सभी की मां नर्मदा के साथ आस्था और श्रद्धा जुड़ी है। यही वजह है कि पहला काम यही किया। जनवरी के अंत तक इन सभी एसटीपी प्लांट का प्रारंभ करवा दिया जाएगा। जगत बहादुर सिंह अन्नू,महापौर।