पुस्तकालय बनाई कबाड़ बस के कांच तोड़े,किताबें गायब
जबलपुर। नगर निगम के आयुक्त स्वप्निल वानखेड़े ने कुछ माह पूर्व ही नवाचार करते हुए कबाड़ हुई मेट्रो बसों को नया लुक देते हुए किसी बस को चेंजिंग रूम,किसी को लाइब्रेरी तो किसी को अन्य स्वरूप दिया था,इस पहल का शहर के लोग लाभ भी उठा रहे थे। ऐसी ही एक पहल आईएसबीटी में एक बस को पुस्तकालय के रूप में परिवर्तित कर दर्जनों युवाओं के लिए तैयार करवाया गया था। उनकी इस पहल पर यहां के असामाजिक तत्व भारी पड़े और उन्होंने शराबखोरी में इस बस के न सिर्फ कांच फोड़ दिए बल्कि यहां की किताबें तक गायब कर दीं। तत्वों की इस करतूत की जेसीटीएसएल प्रबंधन ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई मगर अभी तक ये तत्व गायब हैं और अज्ञात होने के चलते इन्हें अब तक चिन्हित भी नहीं किया जा सकता है।
जाहिर है कि ये यहीं के स्थानीय तत्व हैं और यदि पुलिस गंभीरता बरतती तो इन्हें न सिर्फ हिरासत में लिया जाना था बल्कि इन्हें ऐसा सबक सिखाना चाहिए था कि भविष्य में ये इस तरह की हरकत कभी न करते। जिम्मेदारों की इस अनदेखी से वे बच्चे निराश हैं जो अपने कैरियर की तैयारी के लिए इस बस में आकर वांछित पुस्तकों का अध्ययन करते थे बल्कि निगमायुक्त के इस नवाचार से
फिर तैयार होगी बस
नगर निगम प्रशासन और खास तौर पर निगमायुक्त श्री वानखेड़े को इस बात के लिए दाद देनी होगी कि उनके हौसले असामाजिक तत्वों की करतूत से कमजोर नहीं हुए और उन्होंने इस क्षतिग्रस्त बस को फिर से नगर निगम के वर्कशाप में बुलवा लिया है,जल्द ही इसे पुन: तैयार किया जाएगा और इसमें फिर से किताबें रखी जाकर लाइब्रेरी के रूप में तैयार करवाया जाएगा।
हमने असामाजिक तत्वों की करतूत की पुलिस में शिकायत की है,मगर अभी तक इनकी पहचान नहीं हो सकी है। बस को फिर से तैयार करवाया जाएगा। इस बस में बनी लाइब्रेरी में आने वाले छात्र और युवा निराश हैं और आकर पूछते हैं कि बस कब तैयार होगी। सचिन विश्वकर्मा, सीईओ, जेसीटीएसएल,ननि।