मेडिकल कॉलेज में सुबह शुरू हुई में जूडॉ की हड़ताल देर शाम खत्म
जबलपुर। प्रदेश की राजधानी जीएमसी मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के सुसाइड किए जाने के बाद हड़ताल पर गए जूडा के समर्थन में शनिवार को सुबह से मेडिकल कॉलेज के जूडा काम बंद कर हड़ताल पर चले गए। देर शाम भोपाल में जूडा एसोसिएशन के पदाधिकारियों और प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से चर्चा के बाद जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल को वापस ले लिया है। जबलपुर जूडा एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. चंद्र बाबू ने बताया कि सरकार द्वारा कुछ मांगे पूरी करने पर हामी भर दी गई है और कुछ मांगों के लिए आश्वासन दिया गया है, जिसके बाद हड़ताल खत्म कर दी गई है। हड़ताल खत्म होने के बाद रात में जूनियर डॉक्टर अपनेअ पने काम पर लौट आए। जूनियर डॉक्टर्स के काम पर लौटने के बाद प्रबंधन ने राहत की सांस ली।
केजुअल्टी के सामने किया प्रदर्शन
मेडिकल कॉलेज की केजुअल्टी के बाहर जूनियर डॉक्टरों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए मांग की है कि जीएमसी में हुई घटना के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए। कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते डीन ने अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद सीनियर रेजीडेंट व सीनियर कसंलटेंट को निर्देश दिये है। साथ ही कहा है कि हड़ताल के चलते मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
आर्थो और मेडिसन ओपीडी सबसे ज्यादा प्रभावित
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते सबसे ज्यादा अस्पताल की अस्थि रोग विभाग (आर्थो) व मेडिसन ओपीडी प्रभावित हुई है। यहां पर रोजाना ओपीडी में करीब 300 से अधिक मरीज उपचार कराने के लिए पहुंचते हैं।
रोजाना करीब 1800 से अधिक की ओपीडी- मेडिकल कॉलेज में रोजाना करीब 1800 से अधिक मरीज ओपीडी में पहुंचते हैं। हड़ताल के चलते मेडिकल अस्पताल में ओपीडी के साथ वार्डों की व्यवस्थाएं भी प्रभावित होना शुरू हो गई हैं।
आयुष चिकित्सकों ने किया कार्यसिद्धी यज्ञ, जताया विरोध
ग्वारीघाट स्थित शासकीय आयुर्वेद कॉलेज के शिक्षकों ने अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर चल रहे चरणबद्ध आंदोलन के तहत कैंपस में कार्यसिद्धी यज्ञ किया। विरोध कर रहे आयुष चिकित्सकों ने बताया कि 7 अगस्त को सभी प्रोफेसर द्वारा आयुष कैंपस में झाड़ू लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। दिनांक 10अगस्त को मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रगट करेंगे और दिनांक 16 अगस्त को आयुष डॉक्टर्स अपने कक्षों की बजाय कैंपस में पेड़ के नीचे बैठकर ओपीडी में रोगियों को देखेंगे। 21अगस्त को सामूहिक अवकाश और दिनांक 25अगस्त से क्रमिक अनशन शुरू करेंगे।