मणिपुर हिंसा के मुख्य आरोपी का घर फूंका लंदन की संसद में गूंजा मामला
नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा के बीच हैवानियत की घटना से पूरा देश शर्मशार है। दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने और गैंगरेप किए जाने के मामले को देशभर में गुस्से से देखा जा रहा है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरμतार किया जा चुका है। इसमें से मुख्य आरोपी 32 वर्षीय हुइरेम हेरोदास मैतेई का मकान शुक्रवार को महिलाओं की भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। इधर, पुलिस ने चारों आरोपियों कोर्ट में पेश कर 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मणिपुर की हैवानियत का यह मामला अब ब्रिटेन और अमेरिका में भी गूंज गया है। इस मामले में फुटेज और पूछताछ के आधार पर पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान करने और गिरμतार करने की कोशिश में जुटी है। इसके अलावा वायरल वीडियो को रिकॉर्ड करने वाला अन्य आरोपी युमलेम्बम जीवन भी पुलिस की गिरμत में आ चुका है। उसे पुलिस ने नोंगपोक सेकमाई स्थित उसके घर से गिरμतार कर लिया। वहीं, दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला और यूथ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया।
महिला संगठन ने दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम
महिलाओं के संगठन ने कांगपोकपी जिले के चम्फाई उपखंड के लेकोप गांव में धरना दिया। संगठन ने सभी दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस व सरकार को 48 घंटे का समय दिया है। महिलाओं के खिलाफ इस तरह के जघन्य अपराध में शामिल होने के लिए मुख्य आरोपी हेरोदास को उसके परिवार सहित पेची अवांग लीकाई से बाहर निकालने का भी निर्णय लिया।
संसद में हंगामा : संसद के मानसून सत्र में दूसरे दिन भी जमकर हंगामा हुआ और कार्यवाही स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल मणिपुर मामले पर तुंरत चर्चा की मांग कर रहे थे।
करगिल में देश बचाया, पत्नी की इज्जत नहीं बचा सका’
मणिपुर में जिन पीड़ित महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर चलाया गया, उनमें से एक पूर्व सैन्यकर्मी की पत्नी भी थी, जिसने देश के लिए करगिल की लड़ाई लड़ी थी। उसने कहा कि मैंने करगिल में देश को बचाया, पर अपनी पत्नी की इज्जत नहीं बचा पाया। पीड़िता के पति ने असम रेजिमेंट के सूबेदार के रूप में भारतीय सेना में सेवा की थी।
ये देश के शर्मसार होने का मामला नहीं है, बल्कि मणिपुर की महिलाओं के अथाह दर्द और पीड़ा का मुद्दा है। - राहुल गांधी, कांग्रेस नेता