प्रदेश में जनता और प्रशासन के बीच की दूरी समाप्त हो गई है : मुख्यमंत्री
भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आईएएस-आईपीएस अफसरों को नसीहत दी है कि वह इस घमंड को छोड़ दें कि ‘दो मिनट में ठीक कर दूंगा’। वैसे मप्र में जनता और प्रशासन के बीच दूरी समाप्त हो गई है। सीएम शुक्रवार को सिविल सर्विस-डे पर प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सिविल सर्विस-डे का अर्थ यही है कि हम लोक सेवक हैं और देश की सेवा हमारा मुख्य उद्देश्य है। लोकतंत्र में जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा शासन होता है।
सीएम हेल्पलाइन में सुधार की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा- सीएम हेल्पलाइन में सुधार की जरूरत है। कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। कई बार लोग परेशान करने के लिए जनप्रतिनिधियों और सरपंच की शिकायत करते हैं कि जांच हो जाए। फंसेगा तो फिर उसे ब्लैकमेल करो।
10 मई से समस्या समाधान अभियान
सीएम ने कहा कि 10 से 25 मई तक समस्याओं के निराकरण के लिए फिर अभियान चलेगा। शिविरों के माध्यम से नामांतरण और बंटवारा आदि के मामले सुलझाए जाएंगे। सिविल सेवक इसे स्वीकार करें कि नागरिकों को अपने कामों के लिए भटकना न पड़े।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा
???? कलेक्टर साहब तो लाटसाहब हैं, कैसे मिलें। ये सोच हमने मध्यप्रदेश में खत्म कर दी है।
???? प्रदेश में पहले 71 हजार किमी सड़कें खराब थीं। आज चार लाख किमी अच्छी सड़कें बन गई हैं।