आरएसएस के मार्गदर्शन में देश की स्वास्थ्य नीति पर आज से होगा मंथन
भोपाल। केंद्र सरकार नई स्वास्थ्य नीति बनाने की तैयारी में है। इसको लेकर भोपाल में तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार से शुरू हो रही है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी की मौजूदगी में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिवों के अलावा सभी एम्स के डायरेक्टर्स सहित अधिकारी इस नीति पर विचार-विमर्श करेंगे। बैठक में खासतौर पर कोरोना महामारी के बाद की स्थितियों और नई चुनौतियों के मद्देनजर नई योजनाओं पर चर्चा होगी। साथ ही आयुष्मान की तर्ज पर नए राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम की रूपरेखा भी बनेगी। संघ के आनुषांगिक संगठन आरोग्य भारती आयोजन की केंद्रीय भूमिका निभा रहा है। आरोग्य भारती सहित स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े संघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी इस बैठक में शामिल होंगे।
एलोपैथी के साथ अन्य पैथियों पर भी विचार
बैठक में एलोपैथी के साथ आयुष, प्राकृतिक चिकित्सा सहित अन्य पैथियों पर भी विचार-विमर्श होगा। खासतौर पर आयुष्मान योजना की तर्ज पर एक और नए राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम लागू करने पर भी निर्णय लिया जाएगा। यह संयोग है कि 14 अप्रैल 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की थी। इस योजना के तहत देश के आम आदमी को सुलभ और सस्ती स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। उन्हें 5 लाख रुपए तक की चिकित्सा मुμत उपलब्ध कराने की यह क्रांतिकारी योजना काफी सफल साबित हुई।
आजादी के बाद चौथी नीति
इसके पहले वर्ष 2017 में देश की तीसरी स्वास्थ्य नीति लाई गई थी, जबकि आजादी के साढ़े तीन दशक बाद 1983 में पहली बार राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति पेश की गई थी। 2002 में दूसरी स्वास्थ्य नीति बनाई गई।