कैंसर अस्पताल में लगी कोबाल्ट मशीन पिछले चार दिन से है बंद
इंदौर। शासकीय कैंसर अस्पताल में लगी कोबाल्ट मशीन फिर से एक बार बंद हो गई, जिसके चलते पिछले चार दिन से मरीजों की रेडियोथैरेपी नहीं हो पा रही है। इस कारण बाहर से आ रहे कई मरीज बिना इलाज के लौट रहे हैं तो कुछ कैंसर अस्पताल में मशीन के ठीक होने का रास्ता देख रहे हैं। कैंसर अस्पताल में रोजाना 100 से ज्यादा मरीज को रेडियोथैरेपी दी जाती है, जो फिर चार दिन से बंद पड़ी है। मरीजों की परेशानी को देखते हुए दूसरी कंपनी को इसका ठेका दे दिया है। सोमवार तक मशीन सुधर जाएगी। कैंसर अस्पताल में लगी सालों पुरानी कोबाल्ट मशीन सितंबर माह में खराब हो गई है। कैंसर अस्पताल ने स्वयं के खर्चे पर 70 हजार रुपए देकर मशीन को ठीक कराया था। वह बुधवार से खराब पड़ी है।
मरीज हो रहे परेशान
बता दें कि यहां प्रदेशभर के मरीज इलाज के लिए आते हैं। रेडियोथैरेपी के लिए आए मरीजों ने बताया कि हम दूरदूर से यहां अपना इलाज के लिए आ रहे हैं, लेकिन हमेशा यहां थैरेपी से वंचित होना पड़ रहा है। यहां आकर पता चलता है कि मशीन खराब है। इसके बाद हमें या तो निजी अस्पताल में जाना पड़ता है या जिन लोगों के पास पैसे नहीं होते हैं, वह वापस घर लौट जाते हैं या धर्मशाला में रूक जाते हैं।
एचएलएल कंपनी ने सुधारने से किया इंकार
पिछले साल 14.50 लाख रुपये में कोबाल्ट मशीन के सुधारने का ठेका एचएलएल कंपनी को दिया था। एक माह पूर्व मशीन खराब होने के कंपनी को सुधारने के लिए कई बार पत्र लिखा गया था, लेकिन कंपनी से इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की थी। कंपनी से इस संबंध में मिलकर चर्चा भी गई थी जिस पर कंपनी से कार्य करने से मना कर दिया था।
सोमवार तक मशीन सुधारने का दावा
कैंसर अस्पताल में कोबाल्ट मशीन का वार्षिक रखरखाव का ठेका दूसरी कंपनी को दे दिया है। कंपनी के इंजीनियर सोमवार तक मशीन सुधार देंगे। कैंसर अस्पताल रेडियोथैरेपी प्रभारी डॉ. ओपी गुर्जर ने बताया कि इस कंपनी को 4 लाख 82 हजार में यह ठेका दे दिया है।