सेंट्रल जेल में जेयू के स्टडी सेंटर का राज्यपाल 27 को करेंगे शुभारंभ
ग्वालियर। जीवाजी विवि सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को स्रातक, स्रातकोत्तर की पढ़ाई के साथ-साथ स्किल डवलपमेंट के कोर्स कराने के लिए जेल में ही स्टडी सेंटर शुरू करने जा रहा है। 27 अगस्त को सेंटर का शुभारंभ होने जा रहा है, जिसके लिए राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने सहमति दे दी है, वह सुबह 11 बजे से दोपहर 12:30 तक अटल सभागार में आयोजित सत्र 2021- 22 के दीक्षांज समारोह में शामिल होंगे और इसके बाद दोपहर 12:30 केंद्रीय कारागार पहुंचेंगे। कारागार में भजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनी लगाई जाएगी। विवि के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को विवि के अधिकारियों और जेल उप अधीक्षक के साथ बैठक की। बैठक में रेक्टर प्रो. डीएन गोस्वामी, कुलसचिव आरके बघेल, डीआर राजीव मिश्रा, प्रो. जेएन गौतम, प्रो. हेमंत शर्मा, प्रो. एसएन महापात्रा, डॉ. विमलेंद्र सिंह राठौर, जेल उप अधीक्षक सुनीत शर्मा शामिल थे।
कैदी समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे
कैदियों को डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से सेंट्रल कारागार में बंद कैदियों को सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स करवाने के मामले में जेयू देश की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। कारागार का निर्माण 1879 में हुआ था और वर्तमान में इसमें लगभग 3300 कैदी हैं। कैदियों को शिक्षा देने का काम इसलिए किया जा रहा है जब यह कैदी जेल से बाहर आएं तो समाज की मुख्यधारा से आसानी से जुड़ जाएं।
जेयू केंद्रीय कारागार में दूरस्थ शिक्षण संस्थान का अध्ययन केंद्र खोलने जा रहा है। ऐसा करने वाला जेयू देश का पहला विश्वविद्यालय है।इन्हें डिस्टेंस एज्युकेशन के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होंगी।इसके अलावा कैदियों को किताबों की किट भी दी जाएगी। डॉ. विमलेंद्र सिंह राठौर, पीआरओ जेयू