बकाया वसूली के लिए बनाई 100 लोगों की टीम, अब तक आए 25 करोड़

बकाया वसूली के लिए बनाई 100 लोगों की टीम, अब तक आए 25 करोड़

ग्वालियर। अगर आप पर बिजली के बिल का पांच हजार रुपए से अधिक का बकाया है तो कभी भी बिजली कंपनी की टीम कनेक्शन काटने के लिए पहुंच सकती है, आप बिल की बकाया राशि भरकर निश्चित हो सकते हैं। बिजली कंपनी ने भोपाल से मिले टारगेट को लेकर पिछले कुछ दिनों में वसूली अभियान काफी तेज कर दिया है सिटी सर्किल के जीएम ने बकाया वसूली के लिए हर जोन में टीम बना दी हैं।

बिजली कंपनी को भोपाल से राजस्व वसूली के लिए वित्त वर्ष के आखिरी महीने मार्च में 80 करोड़ रुपए का टारगेट दिया है, अभी तक इस महीने में बिजली कंपनी के खाते में केवल 25 करोड़ रुपए का ही राजस्व आया, इसकी वजह से विभाग ने बकाया वसूली के लिए टीम सभी 20 जोन पर वसूली टीमें बना दी हैं यह टीमें जिसमें करीब 100 लोगों को शामिल किया गया।

एई-जेई के साथ डीजीएम भी फील्ड में

अधिकारियों ने जो जांच टीम बनाई है उसमें आउटसोर्स कर्मियों के साथ ही हर जोन से जेई, एई को शामिल किया है। इसके साथ ही बड़े बकायादारों के यहां पर डीजीएम भी बकाया लेने के लिए पहुंच रहे हैं। राजस्व की बात की जाए तो जितनी अधिकारियों ने प्लांिनग की थी उतना राजस्व अभी तक आया नहीं है इसलिए वसूली टीमें रविवार को अवकाश के दिन भी बकायादारों के यहां पर पहुंचीं और बकाया जमा नहीं करने वालों के कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं। रविवार को बिजली कंपनी की टीमों ने विभिन्न क्षेत्रों में बकाया जमा नहीं करने वाले 570 उपभोक्ताओं के कनेक्शन भी काटे।

संपत्तिकर टारगेट वसूली पहुंची 76.13 करोड़

नगमायुक्त किशोर कान्याल के लाख मॉनीटंिरंग के बाद भी वित्तीय वर्ष 2022-23 के 11 महीने में संपत्तिकर वसूली 76.13 करोड़ तक ही पहुंच पाई है, जबकि टारगेट 242 करोड़ का है, लेकिन वसूली अमला अभी तक मिली वसूली के तुलनात्मक 10 करोड़ ज्यादा चल रहा है। हालांकि अब टारगेट असंभव वसूली वाले जोन में पहुंच गया है, जिसके चलते प्रतिदिन वसूली का टारगेट 12 करोड़ हो गया है। बीते वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंत में पहली बार 81.26 करोड़ रिकार्ड संपत्तिकर की वसूल कर नया कीर्तिमान बनाया था।

हम भोपाल से मिले टारगेट को हासिल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं, हमारी टीमें विभिन्न जोनों में सुबह से लेकर शाम तक बकाया वसूली कर रही हैं। इस महीने अभी तक 25 करोड़ रुपए का राजस्व आ चुका है। वसूली के लिए हर जोन में टीमें बना दी हैं। नितिन मांगलिक,जीएम सिटी सर्किल बिजली कंपनी