सीरीज जीतने पर टीम इंडिया की नजरें, गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
रायपुर। भारतीय टीम आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार को यहां चौथे टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में उतरेगी तो ग्लेन मैक्सवेल की गैर मौजूदगी का फायदा उठाते हुए युवा गेंदबाज डैथ ओवरों में बेहतर प्रदर्शन की कोशिश करेंगे। तीसरे मैच में भारत के दूसरे दर्जे के गेंदबाज आखिरी दो ओवरों में 43 रन बनाने से भी आॅस्ट्रेलिया को रोक नहीं सके। आॅस्ट्रेलिया ने 223 रन का विशाल लक्ष्य हासिल करके मैच जीता। प्रसिद्ध कृष्णा ने चार ओवरों में 68 और आखिरी ओवर में 21 रन दे डाले। दीपक चाहर की टीम में वापसी हुई है और वह नई गेंद से उपयोगी साबित हो सकते हैं। वहीं, एक मैच के ब्रेक के बाद डैथ ओवरों के विशेषज्ञ मुकेश कुमार भी टीम में लौटे हैं। प्रसिद्ध और आवेश खान के पास विविधता और नयेपन का अभाव दिखा। दोनों ने 130 या 140 की रμतार से गेंदबाजी की, लेकिन गेंद की लैंग्थ में विविधता नहीं ला सके जिससे बल्लेबाज के लिए उसे भांपना आसान हो गया। इसके अलावा दोनों प्रभावी यॉर्कर डालने में भी नाकाम रहे। बल्लेबाजी में श्रेयस अय्यर की वापसी के मायने हैं कि तिलक वर्मा को बाहर रहना पड़ सकता है चूंकि यशस्वी जायसवाल, रूतुराज गायकवाड़, ईशान किशन, कप्तान सूर्यकुमार यादव और फिनिशर रिंकू सिंह का चयन तो तय है। भारतीय टीम मैक्सवेल की कमी का फायदा उठाने की कोशिश करेगी जिन्होंने अपने दम पर आॅस्ट्रेलिया को तीसरा मैच जिताया था। उन्होंने 48 गेंद में 104 रन की नाबाद पारी खेली थी। स्टीव स्मिथ और एडम जम्पा भी स्वदेश लौट चुके हैं चूंकि वे विश्व कप टीम में भी थे और भारत में प्रवास काफी लंबा हो गया था। क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया ने टी20 विश्व कप से पहले कार्यभार प्रबंधन और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए अपने कई शीर्ष खिलाड़ियों को इस सीरीज से फारिग कर दिया है। अब भारतीय गेंदबाजों के सामने टिम डेविड, जोश फिलीप और बेन मैकडरमोट की चुनौती होगी, जो पिछले पांच छह सप्ताह में सीमित ओवरों के क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इनके अलावा विश्व कप फाइनल में यादगार पारी खेलने वाले ट्रेविस हेड और अनुभवी कप्तान मैथ्यू वेड भी टीम में हैं। गुवाहाटी की तरह यहां भी ओस की भूमिका अहम होगी और टॉस जीतने वाला कप्तान लक्ष्य का पीछा करना चाहेगा। इससे पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को दूसरी पारी में गीली गेंद से जूझना होगा। भारत के युवा बल्लेबाजों यशस्वी, ईशान किशन, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा और खुद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने जरूरत के समय अच्छी पारियां खेली हैं। रूतुराज गायकवाड़ ने तीसरे मैच में 57 गेंद में 123 रन बनाए।