टैक्स की चोरी करने वाले सराफा कारोबारी IT के रडार पर, कभी भी हो सकती है कार्रवाई
ग्वालियर। गहनों की चमक से जगमगाते हुए सराफा कारोबारियों के शोरूमों पर कभी भी आईटी विभाग की कार्रवाई हो सकती है। इनकम टैक्स विभाग के लोकल अधिकारी इन दिनों टैक्स की चोरी कर आभूषण का कारोबार करने वालों की कुंडली तैयार करने में लगी हुई है और विभाग के अधिकारी साफ-साफ संकेत भी दे रहे हैं कि जो कारोबारी जीएसटी की चोरी कर आभूषण या फिर ठोस सोने-चांदी का कारोबार बिना बिल का माल लाकर कर राजस्व के तौर पर सरकार को चूना लगाने में लगे हुए हैं।
सोने एवं चांदी पर कारोबारियों को तीन फीसदी जीएसटी देना होता है, हालांकि जीएसटी विभाग को भी इन पर कार्रवाई करने का हक है, फिलहाल इस विभाग के स्थानीय अधिकारियों को कोई भी कार्रवाई करने से पहले भोपाल से अनुमति लेनी होती है। इसलिए विभाग के अधिकारी इसमें रूचि नहीं दिखा रहे हैं, इसका फायदा कारोबारियों द्वारा जमकर उठाया जा रहा है। आईटी विभाग को सराफा कारोबारियों के इस खेल का पता हाल ही में एक बड़े कारोबारी की फर्म पर की गई कार्रवाई के दौरान हुआ। इनकम टैक्स विभाग द्वारा इससे पहले भी कई सराफा व्यापारियों पर छापामार कार्रवाई की तो काफी कर चोरी निकलकर सामने आई थी।
दिल्ली, आगरा, इंदौर से लाया जा रहा है स्टॉक
सराफा बाजार के ही एक आभूषण कारोबारी ने नाम न बनाने की शर्त पर बताया कि टैक्स की चोरी आभूषण का यह कारोबार आसपास के शहरों से चलता है। व्यापारी ट्रेन तथा अन्य माध्यमों से दिल्ली, इंदौर, आगरा एवं जयपुर से माल लेकर आ रहे हैं। चांदी का सबसे अधिक माल आगरा एवं मथुरा से लाया जा रहा है। ऐसे में यह व्यापारी सोने पर प्रति दस ग्राम 1400 से 1500 रुपए एवं एक किलो चांदी पर 2100 रुपए की कर चोरी की जा रही है, विभाग तक इसकी जानकारी पहुंच चुकी है।
सभी कारोबारियों को एक नंबर में व्यापार करना चाहिए, जो भी सराफा कारोबारी टैक्स की चोरी कर व्यापार कर रहे हैं। हमारी टीम अब ऐसे व्यापारियों पर जल्द कार्रवाई करेंगी इनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। -नूह सिद्धिकी,डिप्टी कमिश्नर आयकर विभाग