सीएम हेल्पलाइन-समाधान ऑनलाइन के प्रकरणों को गंभीरता से लें: कलेक्टर

सीएम हेल्पलाइन-समाधान ऑनलाइन के प्रकरणों को गंभीरता से लें: कलेक्टर

जबलपुर। सीएम हेल्पलाइन व समाधान ऑनलाइन के प्रकरणों को गंभीरता से लें। शिकायतों का निराकरण करें और जिले का रैंकिंग सुधारें। बैठक में उन्होंंने विभागवार लंबित पत्रों की समीक्षा कर अधिकारियों से कहा कि समय सीमा में प्रकरणों का निराकरण करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में सोमवार को लंबित पत्रों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयति सिंह, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, नाथूराम गोंड समेत सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं के तत्काल निराकरण के लिए जनसुनवाई की नई व्यवस्था की जा रही है। इस नई व्यवस्था में आवेदक को बार-बार आवेदन देने की जरुरत नहीं पड़ेगी। अधिकारी नई व्यवस्था के अनुसार प्रकरणों की सुनवाई करेंगे।

प्राथमिकता से निपटाएं समस्याएं

उन्होंने विशेष रुप से कहा कि आवेदक की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर देखे कि उनकी समस्याओं का निराकरण हो सकता है या नहीं। बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री जन-मन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में कहा कि लोगों के आधार संबंधी सभी कार्य पूर्ण हो जाएं। जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड बन जाएं। इसके साथ ही पीएम जन-मन में जो योजना चिन्हित है उस दिशा में प्रभावी काम करें। प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम में ग्राम विकास का प्लान बनाएं। बैठक में उपार्जन केन्द्रों की जानकारी लेकर कहा कि सिकमी पंजीयन की जांच करें। हर पंजीयन के लिए नोडल अधिकारी बनाए और नोडल अधिकारी पंजीयन पर भी निगरानी रखे। 20 फरवरी से चना, मसूर का पंजीयन शुरु हो रहा है इसकी तैयारी करें। साथ ही यह भी तैयारी रखें की एक सोसायटी के तीन-तीन केन्द्र रखें। मिलावट से मुक्ति अभियान अंतर्गत खाद्य पदार्थ विक्रेताओं के पंजीयन कराने पर जोर दिया। बैठक में मुख्यमंत्री प्रवास के दौरान प्राप्त आवेदनों के निराकरण की भी समीक्षा की गई।