सैलरी देने में स्विट्जरलैंड टॉप, भारत 64वें नंबर पर
नई दिल्ली। दुनियाभर के देशों में लोगों को सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में अमेरिका और यूरोप के बड़े विकसित देशों के मुकाबले छोटे देशों ने बाजी मार ली है। वर्ल्ड स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक सबसे ज्यादा मंथली एवरेज सैलरी के मामले में पहले नंबर पर यूरोप का प्लेग्राउंड कहा जाने वाला देश स्विट्जरलैंड है, जहां लोगों की औसत मासिक सैलरी 6 हजार 298 डॉलर करीब 5 लाख 21 हजार 894 रु. है। इसके बाद दूसरे नंबर पर लक्जमबर्ग है जहां लोगों की एवरेज मंथली सैलरी 5 हजार 122 डॉलर और तीसरे नंबर पर एशियाई देश सिंगापुर है जहां टैक्स के बाद लोगों की एवरेज मंथली सैलरी 4 हजार 990 डॉलर है। इस लिस्ट में भारत 64वें नंबर पर है और यहां पर एवरेज मंथली सैलरी 594 डॉलर यानी 49 हजार 227 रु. है। जबकि बांग्लादेश के लोगों की एवरेज मंथली सैलरी 251 डॉलर और पाकिस्तान में ये 159 डॉलर यानी करीब 13,175 रु. है। सैलरी के मामले में चीन और दक्षिण अफ्रीका भारत से तकरीबन दोगुनी है। चीन में एवरेज मंथली सैलरी 1,002 डॉलर और दक्षिण अफ्रीका में 1,213 डॉलर है। वहीं ब्रिक्स देशो में रूस में ये 507 डॉलर और ब्राजील में 421 डॉलर है। भारत को अपनी आर्थिक ताकत को बढ़ाने के साथ-साथ लोगों की सैलरी को भी उसी पेस पर बढ़ाने के फोकस करने की बेहद जरुरत है।
अमेरिका चौथे नंबर पर
सैलरी देने वाले टॉप-10 देशों में चौथे नंबर पर अमेरिका है, जहां औसत मासिक वेतन 4 हजार 664 डॉलर यानी 3 लाख 86 हजार 497 रु. है। पांचवे नंबर पर आइसलैंड है, जहां एवरेज मंथली सैलरी 4 हजार 383 डॉलर है। खाड़ी देश कतर लिस्ट में छठे नंबर पर है और यहां पर औसत मासिक वेतन 4 हजार 147 डॉलर है। इसके बाद 3 हजार 570 डॉलर की एवरेज मंथली सैलरी के साथ डेनमार्क सातवें नंबर पर है। वहीं नीदरलैंड्स 3 हजार 550 डॉलर के औसत मासिक वेतन के साथ आठवें, यूएई 3 हजार 511 डॉलर की एवरेज मंथली सैलरी के साथ नौवें और नॉर्वे 3 हजार 510 डॉलर के औसत मासिक वेतन के साथ दसवें नंबर पर है।
टॉप-10 अर्थव्यवस्था वाले विकसित देश भी पीछे
वहीं दुनिया की टॉप-10 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल आॅस्ट्रेलिया के लोगों की एवरेज मंथली सैलरी 3 हजार 263 डॉलर, जर्मनी में औसत मासिक वेतन 3 हजार 51 डॉलर, कनाडा में एवरेज मंथली सैलरी 2 हजार 988 डॉलर और यूके में लोगों का औसत मासिक वेतन 2 हजार 958 डॉलर है।
भारत में WFH वाली नौकरी चाहते हैं लोग
भारत में नौकरी चाहने वालों में से 71 प्रतिशत लोग सैलरी से अधिक दμतर में काम करने के अच्छे माहौल को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं, जो पुराने पैटर्न में एक बड़ा बदलाव बन रहा है। लोग अच्छी सैलरी के मुकाबले वर्क फ्रॉम होम, काम के घंटे और काम के बीच में ब्रेक की आजादी वाली नौकरी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। यह बातें इनडीड इंडिया के एक सर्वे में सामने आई हैं जिसका टाइटल द जॉब सर्च प्रोसेस: ए लुक फ्रॉम द इनसाइड आउट है।