वन भवन से ऐसी नीतियां बनें कि तेंदुए, बाघ, घड़ियाल और चीते बचे रहें : सीएम

वन भवन से ऐसी नीतियां बनें कि तेंदुए, बाघ, घड़ियाल और चीते बचे रहें : सीएम

भोपाल।राजधानी में 14 साल में बनकर तैयार हुए वन भवन का मंगलवार को लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन अधिकारियों से कहा कि बाघ, तेंदुए, घड़ियाल, गिद्ध और चीते बचे रहें, इस भवन से ऐसी नीतियां तैयार हों, जो दूसरों के लिए उदाहरण बनें, टाइगर स्टेट तो बना ही रहे, यही मेरी अपेक्षा है। हमारी उपलब्धियां और अवार्ड की लिस्ट लंबी होती जाए। हरियाली के क्षेत्र में ऐसा काम हो कि मध्य प्रदेश दुनिया के फेफड़े बन जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के संरक्षित क्षेत्रों में कार्यरत महावत और चारा कटर की भी चिंता हम करेंगे। वे अब तक नियमित नहीं हुए, इस पर अलग से बात करेंगे। वहीं वन भवन में काम करने के लिए जगह कम पड़े तो पूरा भवन विभाग को ही दे दिया जाएगा। 70-75 करोड़ के लिए कंजूसी क्या करें। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य पक्षी दूधराज की संख्या भी बढ़ी है। प्रदेश में वन, खनिज, जल संपदा के भंडार हैं।

प्लास्टिक का उपयोग रोकने समितियां करेंगी काम

वहीं, वनमंत्री विजय शाह ने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए प्रयोग किया है। पांच वन समितियों को एक-एक वाहन और खाना बनाने-परोसने के बर्तन दिए हैं। ग्रामों में शादी या अन्य समारोह होने पर समिति को फोन करेंगे, एक घंटे में बर्तन लेकर वाहन पहुंच जाएगा। खाना बनाने, परोसने और बर्तन साफ करने की जिम्मेदारी समिति की है। इसके लिए न्यूनतम शुल्क लेंगे।