छात्र कॉलेज को बेहतर बनाने देंगे सुझाव, दिखाएंगे क्रिएटिविटी, शिक्षक बनेंगे पैरेंट्स

छात्र कॉलेज को बेहतर बनाने देंगे सुझाव, दिखाएंगे क्रिएटिविटी, शिक्षक बनेंगे पैरेंट्स

ग्वालियर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि के ग्वालियर, इंदौर, मंदसौर, खंडवा और सीहोर में सत्र 2024-25 से एक नवाचार किया जाएगा, जिसके तहत पांच क्लब बनाए जाएंगे, साथ ही छात्र-छात्राओं से उनकी अभिरूचि जानने के साथ-साथ संस्था को बेहतर बनाने के लिए सुझाव पूछे जाएंगे। शिक्षक और छात्रों के बीच गैप कम करने के लिए एक शिक्षक को आठ-दस बच्चों की जिम्मेदारी अभिभावक के रूप में दी जाएगी। शिक्षक छात्रों से उनकी एकेडमिक, संस्थागत के अलावा अन्य प्रॉब्लम पूछेंगे और उनका निराकरण कराएंगे।

छात्र रात में पढ़ सकें इसे लेकर स्टडी रूम बनाया

विवि की डीएफए ने बताया कि जब वह मंदसौर में थी, तब छात्रों ने एक प्रॉब्लम के बारे में बताया था किस दिन कोर्स की पढ़ाई करते हैं, इसके कारण कॉम्पटेटिव एग्जाम की तैयारी नहीं कर पाते हैं। इसे लेकर हॉस्टल में एक स्टडी रूम तैयार किया गया, जहां अलमारी में प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित बुक्स रखी गई और गद्दे डाल दिए गए, ताकि छात्र बैठकर, लेटकर पढ़ सकें और घर जैसा महसूस करें। ऐसा इंदौर में किया गया था। ऐसा ग्वालियर, सीहोर, खंडवा कॉलेज में भी किया जाएगा।

पांच क्लब बनाए जाएंगे

  • लर्न फर्स्ट क्लब : एकेडमिक गतिविधियों के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के साथ कॅरियर को लेकर गाइड किया जाएगा, गेस्ट लेक्चर होंगे।
  • क्लीन एंड ग्रीन कैंपस क्लब: इसमें विद्यार्थियों को कॉलेज, हॉस्टल की साफ-सफाई करना होगी, साथ ही पौधरोपण करना होगा। विवि द्वारा ग्रीन ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम भी चलाया जा रहा है, जिसमें नवप्रवेशित छात्रों से पौधे लगवाए जाते हैं और वह डिग्री पूरी होने तक उसकी देखभाल करते हैं।
  • साइन एंड डिवाइन क्लब: पर्सनालिटी डेवलपमेंट और एथिक वैल्यू की शिक्षा देने के लिए लेक्चर होंगे।
  • कैंपस कोलाज क्लब: हर छात्र में कुछ न कुछ टैलेंट होता है मगर वह इसे जाहिर नहीं कर पाते हैं। इसे लेकर कैंपस में एक वॉल डेवलप की जाएगी, जिसके जरिए छात्र क्रिएविटी दिखा सकेंगे। 
  • शेक हैंड्स: एक शिक्षक को आठ-दस बच्चों को गार्जियन बनाया जाएगा। शिक्षक हर शुक्रवार को बच्चों के साथ बैठकर उनकी एकेडमिक व अन्य समस्याएं पूछेगा और उन्हें रजिस्टर में नॉट किया जाएगा। रजिस्टर डीएफए डॉ. मृदुला बिल्लौरे के पास भेजे जाएंगे, जहां पर समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

कृषि विवि के पांचों कॉलेजों में इस साल से छात्र-छात्राओं के पांच क्लब बनाए जाएंगे, जिनके जरिए उनकी हर तरह की समस्याओं को सुना जाएगा और दूर किया जाएगा। शिक्षकोें को आठ-दस छात्रोें की जिम्मेदारी दी जाएगी। छात्रों को प्रतिभा दिखाने का मौका दिया जाएगा। डॉ. मृदुला बिल्लौरे, डीएफए कृषि विवि ग्वालियर