छात्रों को दीवार से चेहरा रगड़ने, बेड के नीचे रेंगने मजबूर किया

कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र की मौत की जांच में हुआ खुलासा

छात्रों को दीवार से चेहरा रगड़ने, बेड के नीचे रेंगने मजबूर किया

कोलकाता। कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रावास में रैगिंग के बाद एक छात्र की मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए गठित की गई समिति ने कहा है कि विश्वविद्यालय में लड़कों के छात्रावास में रहने वाले प्रथम वर्ष के छात्रों को कथित तौर पर दीवार पर अपना चेहरा रगड़ने और अनिश्चितकाल तक अलमारियों के ऊपर खड़े रहने के लिए मजबूर किया गया था। इस जांच समिति का गठन कथित तौर पर विश्वविद्यालय परिसर में रैगिंग के कारण 10 अगस्त को स्नातक के एक छात्र की दूसरी मंजिल से गिरने के बाद हुई मौत के बाद किया गया था। जांच समिति ने छात्रावास में कई छात्रों के साथ बातचीत के निष्कर्ष के आधार पर अपनी रिपोर्ट में कहा, उन्हें अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया, और फिर अलमारी के ऊपर खड़ा होने, दीवार से अपना चेहरा रगड़ने, मेंढक की तरह कूदने और बेड के नीचे रेंगने के लिए बाध्य करने जैसी गतिविधियां की गईं।

शराब, सिगरेट लाने के लिए भेजते हैं सीनियर

समिति ने दावा किया है कि प्रथम वर्ष के छात्रों को अपने सीनियर छात्रों के कपड़े धोने, उनके लिए असाइनमेंट लिखने और देर रात को आस-पास के बाजारों से शराब, सिगरेट और भोजन लाने सहित कई अन्य काम करने के लिए मजबूर किया गया। प्रथम वर्ष के छात्रों को बगल के पुलिस क्वार्टर में रहने वाली महिलाओं के लिए अपशब्द कहने के लिए भी मजबूर किया गया, और ऐसा करने से इनकार करने पर सजा में शारीरिक पिटाई भी शामिल थी। विश्वविद्यालय में 17 वर्षीय छात्र नौ अगस्त को छात्रावास की दूसरी मंजिल की बालकनी से गिर गया था। अगले दिन उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी।

तेलंगाना में रैगिंग के आरोप में 7 छात्र निलंबित

वरंगल। काकतीय मेडिकल कॉलेज (केएमसी) के सात एमबीबीएस छात्रों को तीन महीने के लिए मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। शहर की पुलिस ने इन छात्रों पर एक कनिष्ठ छात्र की रैगिंग करने के आरोप में मामला दर्ज किया था। कॉलेज के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है कि रैगिंग रोधी समिति की आज हुई बैठक में पीड़ित छात्र और घटना में शामिल सभी सात छात्रों को बुलाया गया और घटना के बारे में गहन पूछताछ की गई। सभी छात्रों के बयान दर्ज किए गए हैं। सात छात्रों को पाठ्यक्रम से तीन महीने और छात्रावास से एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है।