स्टूडेंट्स ने रैंप पर साड़ी ड्रेपिंग, पेंटिंग ड्रेसेस को प्रजेंट किया, स्टेट हैंडलूम पर भी दिए प्रजेंटेशन

स्टूडेंट्स ने रैंप पर साड़ी ड्रेपिंग, पेंटिंग ड्रेसेस को प्रजेंट किया, स्टेट हैंडलूम पर भी दिए प्रजेंटेशन

इंदौर। आईपीएस अकादमी के फैशन टेक्नोलॉजी विभाग में भारतीय हथकरघा के उत्थान के लिए नेशनल हैंडलूम-डे मनाया गया। इस खास मौके पर स्टूडेंट्स ने रैंप पर साड़ी ड्रेपिंग, पेंटिंग ड्रेसेस, ड्रेपिंग ड्रेसेस, राइस ऑफ हैंडलूम (ड्रेपिंग) व स्टेट कास्ट्यूम को प्रजेंट किया तथा स्टेट हैंडलूम पर प्रजेंटेशन भी दिए। नेशनल हैंडलूम-डे मनाने का मुख्य उद्देश्य भारतीय बुनकरों को सम्मानित करने के साथ-साथ देश की शानदार हस्तकला और परंपराओं को प्रोत्साहित करना है।

यह गारमेन्ट्स स्टूडेंट्स द्वारा बनाए गए इस महोत्सव में स्टूडेंट्स ने अपने वस्त्रों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और विरासत को गर्व से दिखाया। विशेष अतिथि के रूप में हैंडलूम मास्टर बुनकर किशोर सरोदे एवं एक्सपोर्ट क्वालिटी कॉटन व सिल्क एक्सपर्ट जयेश सरोदे एवं उनकी बुनकरों की टीम को आमंत्रित किया गया एवं शॉलश्रीफ ल से सम्मानित किया गया।

इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की प्रिंसिपल प्रीति सर्वा ने बुनकरों को उनके अथक प्रयासों से हैंडलूम इंडस्ट्री को बचाए रखने के लिए धन्यवाद दिया एवं इस समारोह के सफल आयोजन के लिए सभी अतिथियों, संबंधित अधिकारियों, शिक्षकों और छात्रों का धन्यवाद दिया और कहा कि इसी उत्साह और जोश के साथ हम सभी को भारतीय हथकरघा को प्रोत्साहन देना चाहिए। उन्होंने छात्रों को हैंडलूम का उपयोग करने एवं उसमें नई डिजाइन और कलर कॉम्बिनेशन बनाने में बुनकरों का सहयोग करने के लिए प्रेरित किया। प्रोग्राम समन्वयक प्रिया तिवारी रहीं। संचालन कविता जोशी ने किया।