जबलपुर में शुरू होगा प्रदेश का पहला वन स्टॉप ब्रेस्ट क्लीनिक
जबलपुर। ब्रेस्ट कैंसर के संदिग्ध मरीजों को जल्द से जल्द उनकी बीमारी को डायग्नोस करने के लिए नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर में प्रदेश का पहला वन स्टॉप ब्रेस्ट क्लीनिक शुरू होगा। राज्य में जबलपुर का मेडिकल कॉलेजऐसा पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज होगा जो यह पहल कैंसर मरीजों के लिए करने जा रहा है। सर्जरी विभाग में एक कमरे में यह क्लीनिक बनाया जा रहा है जहां पर मरीजों के लिए सुविधाएं और कसंलटेंट भी रहेंगे।
रोजाना आते है 8-10 ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित
चिकित्सकों के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में नए-पुराने 8-10 मरीज रोजाना सामने आते हैं। करीब ब्रेस्ट कैंसर इतना कॉमन हो चुका है कि 7-8 में एक इससे पीड़ित मिल जाता है। ऐसे में नए मरीजों के लिए यह क्लीनिक वरदान की तरह साबित होगा।
ऐसा बचेगा समय, ये मिलेंगी सुविधाएं
बताया जाता है कि अभी तक ब्रेस्ट कैंसर के संदिग्ध मरीजों को पहले सर्जरी, फिर मेमोग्राफी की जांच और इसके बाद एफएनसी की जांच कराना होती है। इस पूरी प्रक्रिया में कम से कम 10 से 15 दिन लग जाते हैं। रिपोर्ट आने के बाद मरीज को यह पता चल पाता है कि उसे सामान्य गांठ है या कैंसर की गांठ। क्लीनिक शुरू होने से यहां पर सर्जरी विभाग से उस दिन ही कसंलटेंट की जांच के साथ मेमोग्राफी की जांच और एफएनसी के लिए सैंपल हो जाएगी। सैंपलिंग के बाद संबंधित जांच लैब को प्राथमिकता के आधार पर इनके सैंपल लगाए जाएंगे। इससे जल्द से जल्द यह जानकारी लगेगी कि मरीज को कैंसर है या नहीं। साथ ही मरीज को कहीं भटकना भी नहीं होगा।
वन स्टॉप ब्रेस्ट क्लीनिक की शुरूआत हम मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में एचओडी के निर्देशन में शुरू करने जा रहे हैं। इसका उद्देश्य स्तन कैंसर की जांच में लगने वाले समय को कम करना है। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में शुरू होने वाला यह क्लीनिक प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पहला है। इससे निश्चित ही संदिग्ध मरीजों को बहुत लाभ होगा। डॉ. संजय कुमार यादव,स्तन थायराइड एवं एंडोक्राइन कैंसर विशेषज्ञ मेडिकल कॉलेज जबलपुर