तीन साल पहले छोटे स्केल से शुरू किए स्टार्टअप, अब हजारों को दे रहे नौकरी
भोपाल। प्रदेश सरकार ने फरवरी 2020 में स्टार्टअप नीति की शुरू की। मई 2022 में इंदौर में स्टार्टअप पर एक राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम इंदौर में किया, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। प्रदेश में दो तीन वर्षों के अंदर बीपीआईआईटी से रिकोग्नाइज्ड 3,764 स्टार्टअप शुरू हुए। ये स्टार्टअप छोटे छोटे स्केल पर अपना काम शुरू कर आज हजारों लोगों को नौकरी देने का भी काम कर रहे हैं। ज्यादातर स्टार्टअप स्थानीय रोजगार, कुटीर उद्योग, कबाड़, मिलेट्स, फूड प्रोसेसिंग और सोलर एनर्जी पर काम कर रहे हैं। लोगों ने अपना कारोबार एक लाख रुपए से भी कम राशि से स्टार्टअप शुरू किया था, आज इससे कई गुना इनका कारोबार बढ़ा है।
सरकार ने स्टार्टअप नीति बनाई, स्टार्टअप को आर्थिक सहयोग, विभिन्न शहरों में इससे जुड़े कार्यक्रम और प्रमोशन किया गया। इसमें डेडीकेटेड कर्मचारियों और अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई। इसके अलावा सभी स्टार्टअप को बाजार, मार्केटिंग उपलब्ध कराने में मदद करने का काम भी सरकार ने किया है। -रोहित सिंह, संचालक, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग
‘बेटी’-पूजा देश पांडे
कुपोषण और प्रदूषण को लेकर 2019 में स्टार्टअप शुरू किया है। इसका नाम बेटी है। वे किसानों से पराली खरीदती हैं और इसके जरिए मशरूम का उत्पादन करती हैं। ये इस काम के लिए किसानों को भी प्रेरित करती हैं। मार्केट में इनके उत्पाद की अच्छी डिमांड है। एक से डेढ़ लाख में स्टार्टअप शुरू किया था। आज इनका टर्नओवर 15 से 20 लाख रुपए है। लोगों को ट्रेनिंग देने सहित अन्य स्टार्टअप में काम करती हैं।
‘गुड फॉर गट’-संध्या कल्याणी
स्टार्टअप ‘मिलेट्स’ मोटे अनाजों के उत्पादों पर आधारित है। इन्होंने अपने स्टार्टअप की शुरुआत वर्ष 2021 में 20-25 हजार रुपए में की थी। आज इनका टर्नओवर 10 लाख रुपए के करीब है। वे किसानों को मिलेट्स उत्पादन के साथ लोगों को मिलेट्स के संबंध में भी जागरूक करती हैं। इनके स्टार्टअप का नाम गुड फॉर गट है। विदेशों से भी मोटे अनाज के उत्पादों की मांग आ रही है।
‘हिलियोस्वेंटो’-शिवानी
हिलियोस्वेंटो पॉवर इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड नामक स्टार्टअप वर्ष 2018 में इंदौर से शुरू किया था। इनके स्टार्टअप ने आरजीपीवी, डीएवीवी जीवाजी, मेस द्रोणांचल, गेल इंडिया टाउनशिप सहित कई कॉलेज, में सोलर संयंत्र स्थापित करने काम किया। इन्होंने स्टार्टअप 10 लाख से शुरू किया था। आज टर्नओवर डेढ़ करोड़ के करीब है। शिवानी ने बताया कि जब काम शुरू किया था तब लगता था बहुत मुश्किल है ।
मप्र को किया था सम्मानित
प्रदेश को वर्ष 2022 की राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर के रूप में सम्मानित किया गया है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस कार्यक्रम में मप्र को लीडर राज्य के रूप में सम्मानित किया। मप्र सरकार ने फरवरी 2022 में नई स्टार्टअप नीति जारी की थी। इसके चलते राज्य में स्टार्टअप की संख्या में 2 साल में 108% की वृद्धि हुई है।
मप्र में इंदौर पहले नंबर पर
- जयपुर में 650 स्टार्टअप
- इंदौर में 350 स्टार्टअप
- भोपाल में 200 स्टार्टअप