चाइनीज पॉवर प्लांट में रिसाव से श्रीलंकाई हुए बीमार
कोलंबो। चीन के कारण फिर तबाही मचने के आसार हैं। दरअसल, चीन ने श्रीलंका में एक पॉवर प्लांट प्रोजेक्ट शुरू कराया था। उस प्लांट से एसिड का रिसाव होने लगा है। चीन की फंडिंग वाले नोरोचचोलाई कोल पॉवर प्लांट से निकलने वाला जहरीला एसिड श्रीलंकाई लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा रहा है।
बच्चों को स्किन एलर्जी, महाबोधि वृक्ष पर भी संकट
पोर्ट्स और एनर्जी सेक्टर में अपने निवेश को बढ़ावा देने के लिए चीन ने श्रीलंका में हंबनटोटा पोर्ट को 99 साल की लीज पर ले लिया है। हंबनटोटा में चाइनीज कंपनी के सहयोग से ही तैयार किया गया नोरोचचोलाई प्लांट श्रीलंका का सबसे बड़ा थर्मल पॉवर प्लांट है। इस पॉवर प्लांट के आस-पास मौजूद पेड़ों में पहले ही गंभीर लक्षण नजर आने लगे हैं। वहीं, जहरीली गैस से इलाके में रहने वाले कई बच्चों को स्किन डिसीज हो रही हैं। जहरीले एसिड की वजह से दुनिया का सबसे पुराना पेड़ यानी महाबोधि वृक्ष का अस्तित्व भी खतरे में है।