नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर गया स्पेस एक्स का यान सफलतापूर्वक स्पेस स्टेशन से जुड़ा
फ्लोरिडा । अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में नया अध्याय शुरू करते हुए एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा बनाए गए अंतरिक्ष यान ड्रैगन क्रू कैप्सूल से नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों बॉब बेह्नकेन (49) और डग हर्ली (53) को अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) भेजा गया। करीब 19 घंटे के सफर के बाद अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पहुंच गए। बता दें कि यह पहली बार हुआ है जब किसी निजी कंपनी ने अंतरिक्ष यात्रियों को लॉन्च किया है। मिशन की सफलता के बाद एलन मस्क ने कहा कि केनेडी स्पेस स्टेशन से फॉल्कन 9 रॉकेट में नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक आईएसएस के लिए रवाना करने के बाद वह बहुत भावुक हो गए थे।
क्रू ड्रैगन है यान का नाम
इस प्रक्षेपण के साथ ही स्पेसएक्स पहली निजी कंपनी बन गई है, जिसने मनुष्य को कक्षा में भेजा हो। इससे पहले केवल 3 सरकारों अमेरिका, रूस और चीन को यह उपलब्धि हासिल है, फिर से इस्तेमाल हो सकने वाले, गमड्रॉप (कैंडी) आकार के इस यान का नाम क्रू ड्रैगन है, जो अब यात्रियों को आईएसएस पर ले गया।
27 मई को 17मिनट पहले टला था मिशन
पहले यह लॉन्चिंग 27 मई की रात को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से होनी थी, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से 17 मिनट पहले मिशन रोक दिया गया था। नासा ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों से अपील की थी कि वे लॉन्चिंग देखने के लिए बाहर न निकलें। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी बेटी इवांका अपने पति जेयर्ड और दोनों बच्चों के साथ केनेडी स्पेस सेंटर पहुंचे थे।
20साल से आईएसएस मिशन पर काम चल रहा
नासा 2000 के दशक की शुरुआत से ही आईएसएस पर मिशन पर काम कर रहा है। हालांकि, 2011 में उसने अपने रॉकेट से यह लॉन्चिंग करना बंद कर दी थी। इसके बाद इसके बाद अमेरिकी स्पेसक्राफ्ट रूस के रॉकेटों से भेजे जाने लगे। रूसी रॉकेट से लॉन्चिंग का खर्च लगातार बढ़ रहा था, ऐसे में अमेरिका ने स्पेसएक्स को बड़ी आर्थिक मदद देकर अंतरिक्ष मिशन के लिए मंजूरी दी।