उत्तराखंड के इंजीनियरों की इंदौर में लगाई स्मार्ट मीटरिंग क्लास
इंदौर। हम आखिर स्मार्ट मीटर लगाएंगे कैसे, चुनौतियों से कैसे निपटेंगे, स्मार्ट मीटर के बारे में उपभोक्ताओं को कैसे समझाएंगे, क्या ये मीटर सुविधाएं बढ़ाएंगे और लॉस कम कर पाएंगे। ये प्रश्न हैं उत्तराखंड बिजली बोर्ड के उच्च अधिकारियों के। इन अधिकारियों का इंदौर के अधिकारियों ने समाधानकारक उत्तर भी दिया। उत्तराखंड के देहरादून एवं टिहरी से वरिष्ठ अधिकारी वीरेंद्रसिंह पंवार और शैलेंद्र सिंह स्मार्ट मीटर योजना की विस्तार से जानकारी लेने के लिए बुधवार को इंदौर आए। उन्होंने मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी स्मार्ट मीटर मास्टर कंट्रोल सेंटर पहुंच तीन घंटे जानकारी ली।
उनका स्मार्ट मीटर मास्टर कंट्रोल सेंटर में कार्यपालन यंत्री कीर्ति सिंह एवं सेंटर प्रभारी नवीन गुप्ता ने स्वागत किया और परियोजना से संबंधित जानकारी विस्तारपूर्वक दी। उत्तराखंड के इस उच्च स्तरीय दल को इंदौर के परमाणु नगर में पांच वर्ष पहले लगाए गए पहले स्मार्ट मीटर लगाने से लेकर अब तक करीब सवा पांच लाख स्मार्ट मीटर लगाने के क्रमबद्ध कार्यों की शृंखला की मुख्य बातें बताई गई।
अब तक तीस दल आए
इंदौर के स्मार्ट मीटरीकरण को देखने के लिए अब तक तीस राज्य, केंद्रीय संस्थाओं, विदेशी संस्थाओं के दलों ने जानकारी ली है। पांच से ज्यादा देशों ने इंदौर के स्मार्ट मीटरीकरण को सराहा है। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने इंदौर में आने वाले दलों के कंपनी के लिए गौरवपूर्ण एवं स्वागतयोग्य बताया है। तोमर ने कहा कि दल के आने से जहां हम हमारे ही कार्यों की समीक्षा कर और सुधार करते है, वहीं अन्य राज्यों, केंद्रीय संस्थाओं की इस दिशा में हरसंभव मदद करने का प्रयत्न भी करते हैं।