पांच साल पहले लगे 14 करोड़ रुपए के स्मार्ट एलईडी पोस्ट टॉप अंधेरे में
जबलपुर। 5 साल पहले शहर के 5 हजार मुख्य मार्गों में स्मार्ट सिटी के द्वारा 14 करोड़ रुपए की लागत से 5 हजार स्मार्ट एलईडी पोस्ट टॉप पोल लगाए गए थे,देखरेख व सुरक्षा के अभाव में ये नशेड़ियों की जद में आ चुके हैं,कई जगह इनके आवश्यक उपकरण चोरी जा चुके हैं। इन पोल की लागत ही 28 हजार रुपए प्रत्येक की है। जल्द ही चोरों पर नियंत्रण न किया गया तो ये सभी पोल अंधेरे में समा जाएंगे।
दरअसल इनके कीमती उपकरणों को शरारती तत्व और नशेड़ी अपने फायदे के लिए खोलकर चुराने लगे हैं। शहर के कई जगहों परइन स्मार्ट पोल में अंधेरा देखा जा रहा है जो उपकरण या बल्ब आदि चोरी होने की वजह से है। नगर निगम की हालत इन दिनों इतनी खराब है कि उसे उसका ही ठेकेदार सामान नहीं दे रहा है। ऐसे में जल्द ही इन कीमती पोल की सुरक्षा न की गई तो ये अंधेरे में डूबे नजर आएंगे।
ये था उद्देश्य
शहर के मुख्य मार्गों,फुटपाथों पर पर्याप्त दूधिया रोशनी के उद्देश्य से ये पोल लगाए गए थे। जिम्मेदारों ने पोल लगाकर तो अच्छा काम किया मगर इनकी सुरक्षा का कोई उपाय उसके पास नहीं है। इनकी एसेसरीज लगातार चोरी जा रही है। यहां तक कि स्मार्ट कैमरे भी इन चोरों को नहीं पकड़ पा रहे हैं जो चंद चुनिंदा चौराहों पर लगाए बताए जाते हैं।
यहां जा रही एसेसरीज चोरी
मिशन कंपाउंड के सामने,तैयब अली पेट्रोल पंप के आसपास के रहवासी बताते हैं कि यहां के कई पोल अंधेरे में डूबे हैं। इसकी वजह देर रात नशेड़ियों का कारनामा है जो पोल की एसेसरीज चुरा लेते हैं। इस पर रोक लगाने अभी तक जिम्मेदारों ने कोई प्रयास नहीं किए हैं।
डिवाइडरों के ग्रिल भी गायब
स्मार्ट पोल के अलावा सड़क सुरक्षा और सुंदरता के लिए बने डिवाइडरों में लगीं लोहे की ग्रिल भी गायब हो रही हैं। शास्त्रीब्रिज से मेडिकल मार्ग पर जगह-जगह ग्रिल गायब देखी जा सकती है। इसके अलावा अन्य मार्गों पर भी अंधेरे का फायदा उठाकर रात में ग्रिल चोरी जा रही हैं।
लगते ही होने लगी थी चोरी
लोग बताते हैं कि 5 साल पहले जब ये स्मार्ट पोल लगे थे इसके कुछ दिनों बाद से ही लोग सबसे पहले इनके बल्ब को निशाना बनाना शुरू कर दिए थे। धीरे-धीरे उपयोगिता के आधार पर अन्य उपकरणों की भी चोरी होने लगी। दरअसल इन पोल की ऊंचाई बेहद कम है,इसके लिए योजना बनाई जानी जरूरी है।
स्मार्ट एलईडी पोस्ट टॉप में एसेसरीज चोरी जाने की सूचना मिल रही है,हमारे पास इनकी सुरक्षा के लिए कोई अलग से संसाधन नहीं हैं। इसके बावजूद आसपास लगे सीसी कैमरों की मदद से प्रयास कर रहे हैं,इसके लिए पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई जाएगी। नवीन लोनारे,कार्यपालन यंत्री, प्रकाश विभाग,ननि।