गर्मी में बढ़ने लगे त्वचा रोगी, 60 फीसदी मरीजों में फंगल इंफेक्शन, एग्जिमा के मरीज भी बढ़े

गर्मी में बढ़ने लगे त्वचा रोगी, 60 फीसदी मरीजों में फंगल इंफेक्शन, एग्जिमा के मरीज भी बढ़े

ग्वालियर। गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है, जिसकी वजह से लोगों को त्वचा संबंधी बीमारियां इन दिनों अधिक हो रही हैं, लोगों में फंगल इंफेक्शन, मुंहासे जैसी समस्या तेजी से बढ गई है। जिसकी वजह से हजार बिस्तर के अस्पताल की ओपीडी में अन्य विभागों की तुलना में चर्म रोग विभाग में मरीज अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं, जिनमें से 60 फीसदी मरीज फंगल इंफेक्शन के पहुंच रहे हैं। जिसकी वजह से तय समय के बाद तक डॉक्टरों को मरीजों को देखना पड़ रहा है। डर्मेटोलॉजिस्ट की मानें तो यह समस्या गर्मी में अधिक पसीना आने के कारण हो रही है।

मरीजों को फंगल इंफेक्शन के साथसाथ एग्जिमा एवं सोरायसिस की समस्या देखने को मिल रही है। हालांकि इस समय सन बर्न के केस नहीं आ रहे हैं, यह समस्या लोगों को पारा 45 डिग्री के पार होने पर होती है। चर्म रोग विभाग के अलावा मेडिसिन विभाग में मरीजों की कतारें लग रही हैं, यहां पर उल्टी-दस्त के साथ बुखार एवं पेट दर्द की समस्या अधिक देखने को मिल रही है। इस विभाग में ओपीडी के अलावा आईपीडी भी अच्छी खासी हो रही है, हालांकि इन समस्याओं से मरीज एक से दो दिनों में ठीक होकर घर पहुंच रहे हैं।

ठीक होने में लग सकता है दो माह का समय

पसीने के कारण होने वाले फंगल इंफेक्शन की समस्या से मरीज कुछ सावधानी अपना कर बच सकते हैं, लेकिन जिन लोगों को फंगल इंफेक्शन हो रहा है उन्हें एक दो सप्ताह नहीं बल्कि डेढ़ से दो महीने तक दवाओं का सेवन करना पड़ेगा। चर्म रोग विभाग के एचओडी ने बताया कि फंगल इंफेक्शन का इलाज लंबा चलता है।

गर्मी की वजह से ओपीडी में फंगल इंफेक्शन के मरीज बढ़ गए हैं, इन दिनों 55 से 60 फीसदी मरीज इसी समस्या से पीड़ित होकर आ रहे हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को दो महीने तक दवाओं का सेवन करना पड़ेगा, युवाओं में मुंहासे की समस्या पसीने के कारण तेजी से बढ़ रही है। डॉ. अनुभव गर्ग, एचओडी चर्म रोग विभाग जेएएच