कल से दस दिन बहेगी श्रीजी की भक्ति गंगा
ग्वालियर। सुख, समृद्धि, वैभव के दाता भगवान गणेश के जन्मोत्सव पर सही दिशा में श्रीजी की स्थापना जीवन में वैभव और खुशवाली ला सकती है। इस बार गणेश चतुर्थी उत्सव 19 सितंबर से शुरु होगा। यह उत्सव अनंत चौदस 28 सितंबर तक चलेगा। शहर में जगह-जगह गौरी गणेश की स्थापना की जाएगी। बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी के अनुसार श्रीजी की स्थापना के दौरान दिशाओं का विशेष महत्व है। सही दिशा में भगवान गणेश की स्थापना करने से जातकों की समस्त परेशानियां दूर हो जाती हैं। सुख समृद्धि बढ़ती है और गलत दिशा में श्रीजी स्थापना करने से जीवन में उनके नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
श्रीजी की स्थापना में दिशाओं का प्रभाव
- पूरब दिशा में श्रीजी की स्थापना करने से जातकों को सुखस मृद्धि की प्राप्ति होती है।
- उत्तर दिशा में श्रीजी की स्थापना से जातकों को लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही उनके आर्थिक संकट नष्ट होते हैं।
- पश्चिम दिशा में श्री जी की स्थापना करने से जातकों की समस्त बातों का नाश होता है।
- दक्षिण दिशा में श्री जी की स्थापना नहीं करनी चाहिए। इस दिशा में श्रीजी स्थापना करने से व्यक्ति पर ऊपरी बाधाओं का प्रकोप होने लगता है।