मल्हारराव होलकर की जयंती पर निकली शौर्य यात्रा, घोड़े पर नजर आया राजवंश

मल्हारराव होलकर की जयंती पर निकली शौर्य यात्रा, घोड़े पर नजर आया राजवंश

इंदौर। इंदूर (इंदौर) के संस्थापक मल्हारराव होलकर की 330वीं जन्म जयंती पर श्री क्षत्रिय धनगर समाज ने भव्य शौर्ययात्रा निकाली। शौर्ययात्रा में होलकर राजवंश के 14 गौरवशाली राजा घोड़े पर सवार होकर राजवंश के इतिहास से लोगों को रूबरू करवा रहे थे तो दूसरी ओर बग्घी में सवार अहिल्या माता सभी को आशीष प्रदान कर रही थीं।

शौर्ययात्रा संयोजक दीपक वालेकर, हरीश बारगल, संजय कड़ ने बताया कि होलकर राजवंश के युवराज यशवंतराव होलकर ने परिवार सहित पूजन कर शौर्ययात्रा का शुभारंभ किया। प्रथम शासक मल्हारराव होलकर की जयंती पर शौर्ययात्रा के अग्र भाग में बैंडबाजे, ऊंट, घोड़े-बग्घी के साथ ही राजशाही अंदाज में होलकर राजवंश के 14 गौरवशाली राजा घोड़े पर सवार होकर राजवंश के इतिहास से सभी को रूबरू करवा रहे थे, वहीं बग्घी में सवार अहिल्या माता भी अपना आशीष प्रदान कर रही थीं। समाज के युवा अपने हाथों में भगवा ध्वज तो महिलाएं साफा बांध केशरिया परिधान में नजर आई।

युवतियों ने दिखाए करतब: यशवंत काशिद के अनुसार शौर्ययात्रा में जहां व्यायामशाला के युवक करतब दिखा रहे थे, वहीं महिला शस्त्रकला बड़ी ग्वालटोली की युवतियां भी पीछे नहीं रहीं। युवतियां हाथों में अस्त्र-शस्त्र लेकर शौर्य का प्रदर्शन करते हुए यात्रा मार्ग में चलीं।

राजवाड़ा से लालबाग 4 किमी की शौर्ययात्रा का जगह-जगह मंच लगाकर स्वागत किया गया। 100 से अधिक युवाओं की टीम ने यात्रा के दौरान यातायात की व्यवस्था संभाली। शौर्ययात्रा हरसिद्धि, मोती तबेला, कलेक्टोरेट होते हुए लालबाग परिसर पहुंची, जहां मल्हारराव होलकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस दौरान होलकर शासनकाल में हुए कार्यों व श्रीमंत के पराक्रम, कुशल नेतृत्व व गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी गई। शौर्ययात्रा में दादू महाराज, स्वाति युवराज काशिद, गौरव रणदीव, नितिन मतकर (गुरुजी), विनीता धर्म सहित बड़ी संख्या में मराठीभाषी शामिल हुए।