1600 एमएम सीवर लाइन का चेंबर निकलने से रुका सीवर लाइन का काम, बारिश ने बढ़ाई आफत

1600 एमएम सीवर लाइन का चेंबर निकलने से रुका सीवर लाइन का काम, बारिश ने बढ़ाई आफत

ग्वालियर। 15वें वित्त आयोग से ग्रांट में मिली 51 करोड़ की राशि से वार्ड क्रमांक 07 में 1.54 करोड़ से 4.5 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन डालने का कार्य लोगों के लिए आफत बनकर आया है। पाइप लाइन डालने के बीच 1600 एमएम लाइन पर बना मुख्य सीवर चेंबर निकलने से काम को रोकना पड़ा है, तो खुदी व कच्ची सड़क पर बारिश का पानी जमा होने व सीवर निकासी न होने से लोगों की जान के लिए आफत बन गया है।

ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 07 स्थित खरगेश्वर महादेव मंदिर, राधा विहार व गंगा विहार में नगर निगम द्वारा 15वें वित्त आयोग की राशि 1.54 करोड़ से सीवर लाइन डालने का काम जारी है। लेकिन पुराने पपिंग स्टेशन के सामने लगभग 12 मीटर गहराई वाली मुख्य सीवर लाइन का चेंबर निकल आया है। जिसके चलते ठेकेदारी फर्म इनविराड प्रा.लि. ने बीते 12 दिन से काम रोक दिया है और काम को देखने वाले जिम्मेदार अधिकारी मुख्य सीवर चेंबर को छोड़कर दूसरे किसी मार्ग से पाइप लाइन डालने की प्लानिंग के चलते सर्वे में जुटे हुए हैं, लेकिन उन्हें अभी तक सफलता नहीं मिली है। अधिकारियों का कहना है कि कार्य के दौरान अचानक ही सीवर चेंबर निकल आया है, जिसके चलते काम मजबूरी में रोकना पड़ा है।

कायाकल्प की राशि से होना है काम

जानकारों की मानें तो 15वें वित्त आयोग की राशि से पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क निर्माण की स्वीकृति कायाकल्प अभियान के तहत मिल चुकी है, लेकिन पाइप लाइन कार्य अटकने से सड़क निर्माण का कार्य भी लेट होता दिख रहा है। वहीं सीवर लाइन व पानी की पाइप लाइनें डैमेज होने पर लोगों को जबरदस्त परेशानी हो रही है।

बारिश के चलते सड़कें बनीं दलदल

निगम द्वारा 15वें वित्त आयोग की राशि से 600 एमएम डाया वाले पाइप लाइन के लिए सड़कें खोदी गई थीं, लेकिन कार्य रुकने के बाद हुई बारिश के चलते खुदी मिट्टी के कारण दलदल के हालात बन गए हैं और तीन-चार कॉलोनियों में रहने वाले लगभग 3 हजार लोग दुर्घटना के डर से दलदल भरे मार्ग से निकलने से कतराते हैं।

ठेकेदार द्वारा सड़क को मोटरेबल न करने के मामले में साफ मना कर शिकायत करने को कह दिया है। हमारे घर की सीवर व पानी की पाइप तक टूट गई हैं। सुमेर सिंह, स्थानीय निवासी

पाइप लाइन डालने वाले ठेकेदार की वजह से लापरवाही जारी है और घरों में सीवर पानी की लाइनें डैमेज होने पर लोग के घरों में गंदगी भरने से परेशान है। मोनिका मनीष शर्मा, पार्षद, वार्ड क्रमांक 07