फीडबैक लेकर मोबाइल से भेज रहे फोटो और जानकारी
इंदौर। शहर की स्वच्छता को परखने दिल्ली से शहरी विकास मंत्रालय की टीम सतत निरीक्षण कर रही है। टीम की अनुशंसा के बाद ही निगम को सातवीं बार स्वच्छता में नंबर वन का खिताब हासिल हो सकेगा। सर्वेक्षण करने आई टीम ने शुक्रवार को स्लम बस्तियों सोमनाथ की चाल, लाला का बगीचा, पटेल नगर, पंचशील नगर आदि का दौरा किया। टीम के सदस्यों ने रहवासियों से फीडबैक लिया। उनके वीडियो बनाए, क्षेत्र के मोबाइल पर फोटो लिए और सारी जानकारी संग्रहित कर दिल्ली भेजी।
टीम रक्षाबंधन तक शहर में रहेगी। सितम्बर में नंबर वन के पुरस्कार पाने वाले शहरों की रैंकिंग होगी। रैंंिकग के बाद नंबर वन शहर का चयन होगा। जिस तरह से निगम ने सुबह से लेकर शाम तक सफाई व नवाचारों को लेकर काम किया है, उससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार फिर निगम सातवां पुरस्कार हासिल कर सकता है। निगम के सूत्रों की मानें तो ग्रीन बांड, सीएनजी का उत्पादन, थ्री आर सेंटर पर आए वेस्ट से बेस्ट निर्माण जैसे नवाचारों ने टीम को अभिभूत कर दिया है।
तीनों नवाचारों के अलग-अलग अंक रखे गए हैं। शहर में 2016 से स्वच्छता सर्वेक्षण का काम शुरू हुआ था। हर साल एक नए नवाचार को सर्वेक्षण में शामिल किया गया। नवाचार के आदेश शासन से मिले थे। आदेश का निगम ने बेहतर ढंग से पालन किया। परिणामस्वरूप नंबर वन के पायदान पर पहुंचते रहे। लगातार छह बार देश में नंबर वन शहर का तमगा मिलने के बाद उसे बरकरार रखना किसी चुनौती से कम नहीं था। निगम ने हर मुश्किल परिस्थितियों में सफाई मित्रों, संसाधनों और अधिकारियों के मैदानी कामों के चलते उसे आसान बना दिया।