नई संसद भवन की सुरक्षा AI के हवाले, लगेगी खास डिवाइस

नई संसद भवन की सुरक्षा AI के हवाले, लगेगी खास डिवाइस

नई दिल्ली। नए संसद भवन को हाईटेक और सुरक्षित बनाने की तैयारी हो चुकी है। इस बार सुरक्षा की जिम्मेदारी एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को दी गई है, जो किसी भी अनजान व्यक्ति को अंदर एंटर तक नहीं करने देगा। दरअसल, इस बार एडवांस फेसशियल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया गया। इससे नए संसद भवन के दरवाजे फेस स्कैनिंग के बाद ही ओपेन होंगे। एडवांस सिस्टम के लिए फेस स्कैन से लेकर अन्य बायोमैट्रिक डिटेल्स ली जा रही है, जिसमें पासपोर्ट रेन्यूवल और बनाने तक की जानकारी शामिल है। अगर स्कैन सिस्टम काम नहीं करेगा, तो संसद सदस्य थंबप्रिंट स्कैनर और यूनिक पिन एंटर करके नए संसद भवन में प्रवेश कर सकते हैं। एक स्मार्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है, जो एटीएम या क्रेडिट कार्ड की तरह होगा। इसमें स्मार्ट कार्ड ऑपरेटिंग सिस्टम फॉर ट्रांसपोर्ट एप्लीकेशन (स्कोस्टा) का इस्तेमाल किया गया है। इस सिस्टम को सुरक्षा के मद्देनजर तैयार किया गया है, जो चुनिंदा लोगों को चुनिंदा जगह का एक्सेस प्रोवाइड कराएगा। इस डेटा को इनक्रिप्ट फॉर्म में सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सीडीएसी) द्वारा तैयार किया जा सकता है।

लोकल नेविगेशन सिस्टम भी मिलेगा

जानकारी के मुताबिक यह सब एक लोकल नेविगेशन सिस्टम या एक मोबाइल ऐप के साथ इंटीग्रेट किया जाएग। इससे लोगों को रास्ता खोजने में सहूलियत होगी। हालांकि मीडिया के लिए नए संसद भवन की लॉबी और कोरिडोर को एक्सेस करने की अनुमति होगी। हालांकि जो लगातार बीते 10 साल या उससे अधिक समय से रिपोर्टिंग कर रहे हैं, वे सेंट्रल हॉल का एक्सेस कर पाएंगे।

इधर राम मंदिर की सुरक्षा के लिए बनेगी अलग से खुफिया विंग

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर संभावना जताई जा रही है कि आने वाले साल के 22 से 24 जनवरी के बीच किसी भी एक तिथि पर मंदिर का उद्घाटन होगा। इस मौके पर भारी भीड़ जुटने की संभावना है। प्रशासन को अनुमान है कि उद्घाटन के मौके पर 5 लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे। यूपी की योगी सरकार मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी काफी गंभीर है और इसके लिए यूपी पुलिस ने ऐसा प्लान बनाया है कि मंदिर परिसर का चप्पा चप्पा सुरक्षा बलों और आधुनिक उपकरणों की निगरानी में रहेगा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने राम मंदिर के लिए एक व्यापक सुरक्षा योजना तैयार किया है। एक खुफिया विंग बनाई जाएगी, जो केवल मंदिर की सुरक्षा को समर्पित होगी। इसके साथ ही परिसर में 24 घंटे त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) की मौजूदगी होगी। मुख्य जगहों पर आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) कमांडो तैनात रहेंगे। इन जवानों को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और सीआरपीएफ द्वारा प्रशिक्षित किया गया है।