सिंधिया ने दिए विस चुनाव लड़ने का संकेत, क्या ग्वालियर पूर्व-दक्षिण व शिवपुरी से दांव लगाने की तैयारी
ग्वालियर। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा विधानसभा चुनाव- 2023 लड़ने के मामले में पार्टी नेताओं को मनाही मामले में खंडन कर दिया है। जिसके बाद यह सवाल उठने लगे है कि क्या भाजपा हाईकमान प्रदेश में अन्य दिग्गजों नेताओं की तरह सिंधिया को भी चुनावी मैदान में लाने जा रहा है। हालांकि कयासों के दौर में ग्वालियर पूर्व-ग्वालियर दक्षिण व शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से दांव लगाने की तैयारी बताई जा रही है।
ग्वालियर जिले की 6 विधानसभा सीटों में से 4 सीटों के प्रत्याशी घोषित किए जा चुके है, जिसमें ग्वालियर से सिंधिया समर्थक ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, डबरा से इमरती देवी, भितरवार से मोहन सिंह राठौर है, तो केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर समर्थक व उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह को ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से मौका दे दिया है। जबकि कांग्रेस के कब्जे वाली ग्वालियर पूर्व-ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीटों पर भाजपा चार लिस्टें जारी करने के बाद भी निर्णय नहीं कर पाई है। जिसके पीछे का कारण जानकारों की निगाह में कांग्रेस नेता सतीश सिंह सिकरवार की जमीनी पकड़ व भाजपा में रहने के चलते हर हथकंडे या चुनावी दांवपेंच का पता होना है, तो ग्वालियर दक्षिण में ग्वालियर दक्षिण में तीन बार मंत्री रह चुके नारायण सिंह कुशवाह को 2018 के विधानसभा चुनाव में पहली ही दफा में चित करने के बाद सामने जाने की स्थिति बताई जा रही है।
नारायण-अनूप के विकल्प के रूप में हो सकता है दक्षिण
भाजपा ग्वालियर दक्षिण विधानसभा की राजनीति में पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता, सभापति मनोज तोमर के अलावा दर्जन भर दावेदार है। ऐसे में सिंधिया को प्रत्याशी बनाकर सभी धड़ों को शांत करने के लिए टिकट दिया जा सकता है। हालांकि दूसरे विकल्प के रूप में पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह भी मजबूत दावेदार बताए जा रहे हैं।
ग्वालियर पूर्व में नहीं है भाजपा के पास मजबूत चेहरा
आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के पास ग्वालियर पूर्व के लिए 70 की उम्र पार कर चुकी पूर्व मंत्री माया सिंह, सांसद विवेक शेजवलकर को छोड़ कोई बड़ा चेहरा सामने नहीं है, जो सतीश जैसे जमीनी नेता का सामना कर सके। जबकि शिवपुरी से मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के चुनाव न लड़ने की स्थिति में सिंधिया को किसी एक जगह से चुनाव लड़ाया जा सकता है।