मिलेट्स के संवर्धन पर वैज्ञानिकों ने किया मंथन

मिलेट्स के संवर्धन पर वैज्ञानिकों ने किया मंथन

जबलपुर। आजादी के अमृत महोत्सव, जी-20 के तहत राष्ट्रीय सम्मेलन मिलेट्स के ‘उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन: समस्याएं एवं समाधान’ विषय पर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में चल रही दो दिवसीय संगोष्ठी का भव्य समापन गुरुवार को कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा की अध्यक्षता एवं भारतीय किसान संघ, अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। देशभर आए वैज्ञानिकों ने कहा आदिवासी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली मिलेट्स पूर्ण रूप से प्राकृतिक एवं जैविक रूप से उगाई जाती है। ऐसे में आगामी समय में पूर्ण जैविक एवं प्राकृतिक रूप से फसलों के उत्पादन के लिए विशेष कृषि कार्य माला तैयार कर कार्य करना होगा। समापन अवसर पर मंचासीन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिनेश कुलकर्णी ने कहा कि श्री अन्न आज के समय पर हर थाली की आवश्यकता बन गई है। मोटे अनाज के उत्पादन, प्रस्संकरण एवं निर्यात के लिये सरकार लगातार किसानों के लिये काम कर रही है, जिससे वे जागरूक हो।

विवि के कुलपति डॉ. पीके मिश्रा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि दो दिवसीय मिलेट्स संगोष्ठी के आयोजन में विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्राप्त सुझाव व अनुशंसा आगामी समय में कृषकों की उन्नति व प्रगति में सहायक सिद्ध होगी। मंच पर भारतीय एग्रो इकानोमिक रिसर्च सेंटर के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नई दिल्ली प्रमोद चौधरी, डॉ. आरआर हंचीनाल,पूर्व कुलपति कृषि विवि धारवाड़, डॉ. पीपी शास्त्री, मेम्बर आईसीएआर गवर्निग बॉडी नई दिल्ली, संचालक अनुसंधान सेवायें डॉ. जीके कौतू, संचालक विस्तार सेवायें डॉ. डीपी शर्मा, डीन एग्रीकल्चर कॉलेज जबलपुर डॉ. पीबी शर्मा सहित आदि मंचासीन रहे। दो दिवसीय संगोष्ठी के समापन अवसर पर विवि के समस्त संचालक, लेखा नियंत्रक, कुलसचिव रेवा सिंह सिसोदिया, आईपीआरओ डॉ. शेखर सिंह बघेल सहित विभागाध्यक्ष वैज्ञानिक कर्मचारी छात्र-छात्राओं की विशेष सहभागिता एवं उपस्थिति रही।

मिलेट्स वूमैन ऑफ इंडिया लहरी बाई का स्टॉल रहा आकर्षण का केंद्र

डिंडोरी जिले के ग्राम सिलवानी की आदिवासी महिला लहरी बाई जो देश में मिलेट्स वूमैन आफ इंडिया के नाम से जाने जाती हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लहरी बाई की मिलेट्स के ऊपर किए जा रहे विशेष कार्य के लिए प्रशंसा एवं सराहना की गई है। विशेष आकर्षण का केंद्र लहरी बाई के साथ सेल्फी एवं फोटो लेने के लिए लोगों का हुजूम रहा।

दो दिवसीय मिलेट्स सम्मेलन के मुख्य आकर्षण

  • आदिवासी जनजाति क्षेत्रों की जीवन शैली दिखाता सेल्फी प्वाइंट
  • मिलेट्स वूमेन ऑफ इंडिया के नाम से जानी जाने वाली डिंडोरी जिले की लहरी बाई के साथ सेल्फी एवं फोटो लेने हेतु दिखा विशेष क्रेज रहा।
  • 22 जिलों के कृषि वैज्ञानिक एवं किसानों की सहभागिता रही
  • पॉजिटिव मिलेट्स श्री अन्न, कोदो, कुटकी, रांगी, सांवा, कंगनी, ज्वार, बाजरा जैसे पोषक अनाजों की प्रदर्शनी
  • आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला एवं डिंडोरी के मिलेट्स के उत्पाद
  • राष्ट्रीय सम्मेलन में फूड फेस्टिवल एवं प्रदर्शनी का आयोजन
  • खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विशेष व्यंजन एवं उत्पाद
  • मिलेट खीर, खिचड़ी, पास्ता, मफिन, पापड़, डोसा, चीला, इडली, उत्पम, केक, सिवई, बिस्कुट, कुभीरा, मिलेट फ्लेक्स।
  • प्रदेश के 22 जिलों के कृषि विज्ञान केन्द्रों के कार्यो की एवं उत्पादों की प्रदर्शनी