बसंत पंचमी पर होगा सरस्वती पूजन , वेलेंटाइन डे भी आज
जबलपुर। बसंत पंचमी और वेलेंटाइनडे बुधवार को मनाए जा रहे हैं। जहां बसंत पंचमी पर मंदिरों में मां सरस्वती पूजन के आयोजन हो रहे हैं। वहीं शैक्षणिक संस्थानों में भी मां सरस्वती का पूजन अर्चन होगा। मंदिरों में कलम का पूजन भी आयोजित किया गया है वहीं विभिन्न आयोजन भी आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ युवाओं के फेवरेट वेलेंटाइनडे पर फूहड़ता या सार्वजनिक प्रदर्शन पर पुलिस से लेकर धार्मिक संगठनों की नजर होगी। सनातनी संस्कृति में बसंत पंचमी का महत्व बताया गया है। यह प्रकृति पर्व का विस्तार अधिक है क्योंकि इससे और भी बहुत से सकारात्मक तत्व जुड़े हैं। मां सरस्वती वाणी व ज्ञान की देवी हैं। ज्ञान को संसार में सभी चीजों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस आधार पर देवी सरस्वती सबसे श्रेष्ठ मानी गई हैं। कहा जाता है जहां सरस्वती विराजमान रहती हैं वहां लक्ष्मी एवं कालीमाता का भी वास होता है।
इसलिए नाम है बसंत पंचमी
मान्यता है कि देवताओं की स्तुति से वेदों की ऋचाएं बनीं और उनसे बसंत राग,इसलिए इस दिन को बसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। बसंत का सीधा सा अर्थ है सौंदर्य,शब्द का सौंदर्य,वाणी का सौंदर्य, प्रकृ ति का सौंदर्य,प्रवृत्ति का सौंदर्य। प्रकृति के अंचल में जब अनेकानेक पुष्प मुस्कराते हैं,जब कोयल की कूक कानों में पड़ती है,जब पेड़-पुष्प अपना परिधान बदलते हैं और वाणी जब मधुरता का अमृतपान कराती है तब इसे बसंत कहा जाता है। इसे रितुराज की संज्ञा भी मिली है।
बगलामुखी मंदिर में सरस्वती पूजन
सिविक सेंटर बगलामुखी सिद्ध पीठ शंकराचार्य मठ में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर मां सरस्वती का पूजन दोपहर 1 बजे ब्रम्हचारी चैतन्यानंद महाराज के द्वारा किया जाएगा। मां सरस्वती पूजन व कलम का पूजन एवं 1100 कलम अर्चन किया जाएगा। भक्तों से उपस्थिति की अपील की गई है।
सार्थक संस्था द्वारा आयोजन
सार्थक संस्था द्वारा संचालित चरक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस कॉलेज विजय नगर घड़ी चौक में बसंत पंचमी के अवसर पर बसंत पंचमी व वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर महाविद्यालय द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम व पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन सुबह 10 बजे से किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एमपी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ अशोक खंडेलवाल उपस्थित रहेंगे।
कल्पवासी करेंगे 64 योगिनी मंदिर में ध्वजा अर्पण
हरेकृष्णा आश्रम भेड़ाघाट में नि:शुल्क माघमास कल्पवास 9 वें वर्ष के 21 वें दिन बसंत पंचमी पर सुबह 9 बजे आश्रम से कल्पवासी हाथों में ध्वज लेकर 64 योगिनी मंदिर पहुंचेंगे पूजन पाठ के साथ ध्वजा अर्पण करेंगे। संकीर्तनाचार्य पं. मनमोहन दुबे 3 बजे आश्रम में भागवत करेंगे। उपस्थिति की अपील ध्वज प्रमुख देवव्रत सोनी कल्पवास प्रमुख पप्पू चौबे,सहप्रमुख श्याम मनोहर पटैल आदि ने की है।