संधिया ने ट्विटर पर भी छोड़ा राहुल और प्रियंका का साथ
भोपाल। कांग्रेस छोड़ने के लगभग तीन साल बाद अंतत: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पुराने मित्र और कांग्रेस नेता राहुल गांधी तथा उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को ट्विटर पर अनफॉलो कर दिया है। मार्च 2020 में मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सिंधिया लगभग तीन वर्षों तक राहुल गांधी और प्रियंका को फॉलो करते रहे। हाल ही में कांग्रेस ने सिंधिया पर गद्दारी के आरोप लगाए। इस पर सिंधिया ने भी पलटवार किया। संभवत: इसी के बाद उन्होंने राहुल और प्रियंका को अपनी फॉलोइंग लिस्ट से हटा दिया। कुछ दिनों पहले ग्वालियर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंधिया ने राहुल पर सीधा हमला किया। शायद यह तीन वर्षों में यह पहला ही मौका था। सिंधिया ने कहा था कि राहुल और कांग्रेस पार्टी न्यायपालिका पर दबाव बना रही है। व्यक्तिगत कानूनी लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई के रूप में बता रहे हैं। यह ठीक नहीं है। यह स्वार्थ की लड़ाई है। इससे पहले भी संसद सदस्यों को सदस्यता से बर्खास्त किया गया है। इस बार इतना हंगामा क्यों किया जा रहा है?
सिंधिया ने पूछे 3 सवाल
- पहला : पिछड़े वर्ग को लेकर अपने अपमानजनक बयान के लिए माफी क्यों नहीं मांगते? उल्टा कहते हैं कि आप सावरकर जी नहीं हैं, माफी नहीं मांगेंगे! देश सेवक का अपमान और इतना अहंकार!!
- दूसरा : जिस न्यायालय पर कांग्रेस ने सदैव ऊंगली उठाई, आज अपने स्वार्थ हेतु उस पर दबाव क्यों बना रहे हैं ?
- तीसरा : आपके लिए नियम अलग क्यों हों? अपने आप को क्या आप फर्स्ट क्लास नागरिक मानते हैं? आप अहंकार में इस कदर ग्रस्त है कि शायद इन सवालों की महत्ता भी आपकी समझ से परे है।
राहुल ने डेढ़ साल पहले ही लिस्ट से हटा दिया था
बता दें कि सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के डेढ़ साल बाद ही राहुल और प्रियंका ने उन्हें ट्विटर पर अनफॉलो कर दिया था। लेकिन, सिंधिया राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान भी उन्हें फॉलो कर रहे थे। गांधी परिवार की नई पीढ़ी ने सिंधिया राजघराने से अपने राजनीतिक संबंध समाप्त करने के संकेत जून 2021 में तब दिए थे, जब राहुल और प्रियंका ने सिंधिया को ट्विटर पर अनफॉलो किया था। हालांकि, सिंधिया को ऐसा करने में तीन साल का समय लगा।
सिंधिया-कांग्रेस के ताजा विवाद के बाद एक्शन
6 अप्रैल 2023 को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सुभद्रा कुमारी चौहान की रचना का उल्लेख करते हुए लिखा- सिंधिया राजघराने ने झांसी की रानी के साथ गद्दारी की। उन्होंने इसके लिए सावरकर की किताब का भी हवाला दिया। इस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रमेश पर पलटवार किया। लिखा कि मराठे- सिंधिया, पेशवा और झांसी के नेवालकर अंग्रेजों के खिलाफ एक साथ थे। उन्होंने रमेश को विभाजनकारी राजनीति बंद करने की सलाह दी थी।
कांग्रेस के नेताओं को अब भी फॉलो कर रहे सिंधिया
सिंधिया अभी भी कांग्रेस के कुछ युवा नेताओं को फॉलो कर रहे हैं। इनमें सचिन पायलट, दीपेंदर हुड्डा, मिलिंद देवड़ा, गौरव गोगोई, नवीन जिंदल के नाम शामिल हैं। वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पी. चिदंबरम, मीरा कुमार, अभिषेक मनु सिंघवी, मनीष तिवारी को भी फॉलो कर रहे हैं। भाजपा में आने के बाद, सिंधिया अपनी पार्टी की मप्र इकाई के अधिकांश वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों, सांसदों को फॉलो कर रहे हैं। वहीं, मप्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी को अभी तक फॉलो कर रहे