3 आईपीएस अफसरों के नेतृत्व में SIT करेगी हत्याकांड की जांच

3 आईपीएस अफसरों के नेतृत्व में SIT करेगी हत्याकांड की जांच

प्रयागराज। प्रयागराज में शनिवार को माफिया अतीक अमहद और उसके भाई अशरफ को पुलिस की रिमांड में तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले को लेकर सोमवार को एसआईटी का गठन किया गया है। इसमें यूपी पुलिस के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारियों को रखा गया है। इससे पहले प्रदेश सरकार ने न्यायिक जांच समिति का गठन भी किया था, जो दो माह में मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी। अतीक और अशरफ की हत्या की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर ने एसआईटी गठित कर दिया है। अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सतीश चंद्र, एसीपी कोतवाली सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और इंस्पेक्टर ओम प्रकाश की टीम बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी।

दूसरे दिन भी बंद रहा इंटरनेट

रविवार की तरह सोमवार को भी करेली, चकिया, कसारी-मसारी सहित तमाम मोहल्ले में एहतियातन फोर्स तैनात है। अफवाहों का दौर भी चल रहा है।

पुलिस हिरासत में मौत की हो सीबीआई जांच, सुप्रीम कोर्ट में याचिका

यूपी के प्रयागराज में पुलिस हिरासत में हुई माफिया-नेता अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई। सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट से हत्या के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की है। असल में, अतीक और अशरफ की मौत के बाद सवाल उठते जा रहे हैं। कहा जा रहा कि अतीक इनामी बमबाज गुड्डू मुस्लिम से जुड़े राज का खुलासा करने वाला था, संभवत: हत्याकांड की वजह यही है।

इन बिंदुओं पर जांच करेगी एसआईटी

एसआइटी अभिरक्षा में तैनात रहे पुलिसकर्मियों की भूमिका, उनकी उपस्थिति और उनकी ओर से उठाए गए कदम के सभी तथ्यों की छानबीन करेगी। साथ ही आरोपियों के बारे में और उनकी तकनीक का पता लगाते हुए कड़ी से कड़ी जोड़कर जांच को आगे बढ़ाएगी। वहीं, शासन स्तर पर गठित जांच आयोग के सदस्य भी जल्द ही प्रयागराज आकर पूरे मामले की तहकीकात करेंगे।

अतीक के बेटे ने नैनी जेल में किया हंगामा, दरवाजे से अपना सिर फोड़ा

अतीक का बेटा अली पिता, चाचा और भाई असद के एनकाउंटर के बाद से बौखला गया है। अली इस वक्त प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है। बौखलाहट में अली ने जेल में हंगामा किया और दरवाजे की सलाखों से अपना सिर फोड़ लिया है। हालांकि, प्रशासन ने ऐसी खबरों से इनकार किया है। पुलिस के अनुसार, अली चीख और चिल्ला रहा है। उसने पिता, चाचा और उससे पहले भाई के जनाजे में शामिल होने की परमिशन मांगी थी। प्रशासन ने उसे अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद से ही वह परेशान है।

तीनों शूटरों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ किया शिफ्ट

अतीक-अशरफ के हत्यारोपियों लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण कुमार मौर्य को प्रयागराज की नैनी जेल से निकालकर प्रतापगढ़ जिला जेल में शिफ्ट किया गया है। बता दें कि तीनों शूटरों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार, आशंका जताई गई कि जेल के अंदर अतीक के बेटे के साथ समर्थक व गुर्गे हत्यारोपियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।