3 साल में मंदिर निर्माण में खर्च हुए 900 करोड़ रुपए

3 साल में मंदिर निर्माण में खर्च हुए 900 करोड़ रुपए

अयोध्या। यूपी के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। इस बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के निर्माण में अब तक कितना खर्च हुआ है, इसका खुलासा किया है। ट्रस्ट के अधिकारियों की बैठक में सचिव चंपत राय ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर के निर्माण पर पांच फरवरी, 2020 से 31 मार्च 2023 तक 900 करोड़ रुपए खर्च किए हैं और अभी भी ट्रस्ट के बैंक खातों में 3000 करोड़ रुपए हैं। मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर तीन चरणों में जनवरी 2025 तक पूरा हो जाएगा।

बता दें कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में लगभग 4 हजार संत और 2500 सामाजिक प्रतिनिधि आएंगे। चंपत राय ने बताया कि बैठक में विदेशी मुद्रा में दान लेने की कानूनी प्रक्रिया समेत 18 बिंदुओं पर चर्चा हुई और ट्रस्ट ने एफसीआरए (विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम) के तहत अनुमति के लिए आवेदन किया है। उन्होंने बताया कि सरयू तट पर स्थित राम कथा संग्रहालय को एक ट्रस्ट का रूप दिया जाएगा। इसमें राम मंदिर का 500 साल का इतिहास और 50 साल के कानूनी दस्तावेज रखे जाएंगे।

जनवरी में प्राण प्रतिष्ठा, 10 हजार मेहमानों को न्योता

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी है। समारोह में पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ देशभर के करीब 10,000 गणमान्य लोग शामिल होंगे।

1 से 15 जनवरी तक 5 लाख गांव में बांटे जाएंगे अक्षत

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा है। ट्रस्ट के मुताबिक राम जन्मभूमि पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को प्रसाद के साथ भगवान राम की तस्वीरें वितरित की जाएंगी। साथ ही 1 जनवरी से 15 जनवरी 2024 तक भारत के 5 लाख गांवों में पूजित अक्षत (पूजा किया हुआ चावल) बांटा जाएगा। उन्होंने कहा कि अक्षत से विभिन्न इलाकों के मंदिरों में अयोध्या जैसा उत्सव मनाने की अपील की जाएगी।

अपील- समारोह वाले दिन हर घर में जलाएं पांच दीपक

ट्रस्ट के मुताबिक प्रतिष्ठा समारोह के लिए एक धार्मिक समिति का गठन किया गया है। जो सारे कामकाज देख रही है। मुख्य समारोह से पहले भगवान राम के सामने चावलों की पूजा की जाएगी और यही पूजित चावल पूरे भारत में बांटे जाएंगे। ट्रस्ट के मुताबिक देशभर के 50 केंद्रों के कार्यकर्ता अक्षत को विभिन्न केंद्रों तक पहुंचाएंगे। ट्रस्ट ने अपील की कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह वाले दिन सूर्यास्त के समय सभी लोग अपने घरों में पांच दीपक जलाएं, ताकि समारोह की शोभा और बढ़े।