मेले में अब तक बिके 700 करोड़ रु. के वाहन, एसयूवी की डिमांड अधिक
ग्वालियर। व्यापार मेले के जिस सेक्टर में इन दिनों सबसे अधिक कारोबार हो रहा है वह है ऑटोमोबाइल सेक्टर। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, मेले में अभी तक कुल 900 करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार हो चुका है, जिसमें अकेले ऑटोमोबाइल सेक्टर में 700 करोड़ रुपए के वाहन बिक चुके हैं। मेले में जिस हिसाब से वाहनों की बिक्री चल रही है, उसको देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कारोबार के मामले में इस साल मेले में नया रिकार्ड कायम हो सकता है गत वर्ष की बात की जाए तो मेले में कुल 1500 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ था, जो अपने आप में एक रिकार्ड था, इस साल अभी तक 900 करोड़ से अधिक का व्यापार हुआ है और अभी तय तिथि की मानें तो 25 फरवरी तक मेला चलेगा और हर साल की तरह प्राधिकरण मेले की तिथि को 8 से 10 दिनों के लिए और बढ़ाएगा। प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो जिस हिसाब से व्यापार चल रहा है, उसको देखते हुए इस साल व्यापार का आंकड़ा 1700 से 1800 करोड़ के करीब रह सकता है। इसकी प्रमुख वजह वाहनों की खरीद पर सरकार द्वारा दी जा रही आरटीओ रजिस्ट्रेशन में 50 फीसदी की छूट रहने वाली है।
महंगी कारों की डिमांड अधिक लांखों की हो रही बचत
वाहन खरीदारों को साल भर मेले का इंतजार रहता है, दूसरी ओर ग्राहकों की बात की जाए तो केवल ग्वालियर अंचल ही नहीं बल्कि इंदौर एवं भोपाल के ग्राहक भी यहां से वाहन खरीद रहे हैं। जानकारी के मुताबिक मेले में 20 लाख से 1 करोड़ तक की या फिर इससे महंगी की कार पर 14 से 16 फीसदी टैक्स लगता है और मेले में छूट के 50 फीसदी छूट मिल रही है अगर कोई ग्राहक 3 करोड़ रुपए की गाड़ी खरीदता है तो 24 लाख रुपए का फायदा होगा और मर्सिडीज जैसी कंपनी ने तीन करोड़ की रेंज की कार इस मेले में उतारी है। 1 करोड़ 78 लाख रुपए की कार खरीदता है तो उसे पर ग्राहक को 14 लाख 24 हजार रुपए की छूट मिल चुकी है।
मेला अच्छा चल रहा है और 25 दिसंबर से लेकर अभी तक 900 करोड़ रुपए से अधिक व्यापार हो चुका है। इसमें सबसे अधिक 700 करोड़ रुपए का व्यापार ऑटोमोबाइल सेक्टर में हुआ है। कारोबारी अधिक मांग करेंगे तो मेले की अवधि बढ़ाई जाएगी। निरंजन लाल श्रीवास्तव,सचिव ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण
हमें जिस हिसाब से उम्मीद थी, उससे अधिक वाहन बिक रहे हैं, इस बार एसयूवी यानि के साथ महंगी कारें अधिक बिक रही हैं। जिसमें अधिकतम 28 लाख रुपए तक की बचत भी आरटीओ रजिस्ट्रेशन में मिल रही है। जिन लोगों के पास पहले से कार है वह ऊंचे सेगमेंट की कारें खरीद रहे हैं। हरिकांत समाधिया, एमडी रॉयल हुंडई ग्रुप