थोक में 5 रु. किलो बिकी मटर, किसानों ने सड़क पर फेंकी
जबलपुर। मटर उत्पादक किसानों के लिए आफत बनकर टूटी बारिश के बाद दो दिनों तक मंडी में किसानों का जमकर आक्रोश भड़का। थोक में मटर के भाव 5 रुपए किलो तक आ गए। वहीं, 100 रुपए में बोरी बिक रही थी। आक्रोशित किसानों ने सड़क पर मटर फेंककर प्रदर्शन किया और मंडी के दोनों गेट पर ताला जड़ दिया। उल्लेखनीय है कि किसान दो दिनों से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इस दौरान पाटन और कटंगी मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया। किसान प्रतिनिधियों और प्रशासन के बीच हुए समझौते के बाद शाम 4:00 बजे से मंडी में खरीदी का रास्ता साफ हुआ। प्रशासन ने 10 रुपए किग्रा पर मटर खरीदी का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही किसानों ने 700 रुपए प्रति बोरा मुआवजे की मांग भी प्रशासन के सामने रखी है।
फैक्ट फाइल
- 10 लाख क्विंटल आपूर्ति
- दूसरे राज्यों से हुआ रिजेक्ट
- 700 रुपए बोरा मुआवजे की मांग
- 10 रुपए किलो का आश्वासन
- मटर से लदे 2500 वाहन सड़क पर
किसान भरपाई पर अड़े थे। रात से आंदोलन चल रहा था। मंगलवार को शाम 4:00 बजे पर्ची देकर मुआवजे के आश्वासन पर खरीदी शुरू हो पाई। - सूर्यकांत शर्मा, एएसपी
किसानों और प्रशासन के बीच सुलह कराई गई है। फिलहाल खरीदी शुरू हो गई है। मुआवजे को लेकर प्रशासन के आश्वासन से किसान शांत हुए। - अनुराग सिंह, एसडीएम अधारताल
किसानों के लिए मटर घाटे का सौदा बन गया है। कैसे बीज, खाद और मटर तुड़ाई, परिवहन दे रहे हैं, फिर भी किसानों ने मुआवजे के लिए सहमति दी है। - केके अग्रवाल, भारत कृषक समाज