कमलनाथ समर्थकों के गोल-मोल जवाब, चार में से दो के मोबाइल स्विच ऑफ मिले

कमलनाथ समर्थकों के गोल-मोल जवाब, चार में से दो के मोबाइल स्विच ऑफ मिले

जबलपुर। कमलनाथ के भाजपा में जाने की खबर दूसरे दिन रविवार को भी सर्वाधिक चर्चाओं में रही। हालाकि पंक्तियां लिखे जाने तक उनके द्वारा ऐसा कोई कदम तो नहीं उठाया गया है मगर उनके समर्थकों के बयान और खुद उनके द्वारा मीडिया से की गई बातचीत से सब कुछ सामान्य तो नजर नहीं आ रहा है। शहर में उनके समर्थक विधायकों में से लखन घनघोरिया व तरुण भनोट से इस बारे में चर्चा की गईतो उनका जवाब भी स्पष्ट नहीं था। वहीं विनय सक्सेना व संजय यादव के मोबाइल स्विच आफ आ रहे हैं। रविवार को सोशल मीडिया में जारी खबरों के अनुसार कोई कमलनाथ को राज्यपाल के पद भाजपा द्वारा दिए जाने की बात कह रहा है तो कोई नकुलनाथ को राज्यसभा या छिंदवाड़ा से ही सांसद चुनाव लड़ाए जाने की बात कह रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि मामला उनके समर्थक दो दर्जन विधायकों को टिकट देने पर अटका है। देर शाम श्री नाथ के समर्थक सज्जन सिंह वर्मा का बयान सामने आया कि फिलहाल कमलनाथ कहीं नहीं जा रहे हैं। जो भी हो शहर के वर्तमान इकलौते विधायक लखन घनघोरिया सहित 3 पूर्व विधायक तरुण,विनय व संजय श्री नाथ के संपर्क में हैं और उनके अगले कदम की राह देख रहे हैं।

क्या है नाराजगी की वजह

जहां तक एकाएक कांग्रेस में मची इस उच्चस्तरीय भगदड़ की वजह क्या है,यह जानने का प्रयास किया गया तो पता चला कि राम मंदिर पर पार्टी नेतृत्व द्वारा ठुकराए निमंत्रण से ज्यादातर कांग्रेसी नाराज हैं चूंकि उन्हें रहना जनता के बीच है और राम नाम जपे बिना उनका गुजारा संभव नहीं है। जहां तक कमलनाथ की बात है तो उनके साथ प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद जो व्यवहार किया गया,बिना पूछे कांगे्रेस अध्यक्ष,नेता प्रतिपक्ष और राज्य सभा प्रत्याशी घोषित किया गया उससे वे आहत हुए हैं। वहीं छिंदवाड़ा से इस बार नकुलनाथ का निकलना भी मुश्किल नजर आ रह है,अपने निजी,औद्योगिक व राजनीतिक हित के मद्देनजर इस तरह की बात उठ रही है।

कमलनाथ कहीं नहीं जा रहे: लखन

जिले के इकलौते कांगे्स विधायक व पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया का कहना है कि मुझे नहीं लगता कि कमलनाथ जी कांग्रेस छोड़ेंगे। यह बीजेपी के द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। बीजेपी प्रेशर पॉलिटिक्स कर रही है। वह ईडी,आईटी और सीबीआई के जरिये दबाव बनाती है जो दबने वाले हैं जो कमजोर हैं वे दब रहे हैं और भाजपा में जा रहे हैं। जहां तक मेरी बात है तो मैं कहीं नहीं जा रहा हूं जहां हूं वहीं रहूंगा।

समय आने पर निर्णय लूंगा: तरुण

पूर्व वित्तमंत्री व पूर्व विधायक तरुण भनोट ने साफ कहा कि कमलनाथ ही क्या करने वाले हैं ये मैं उनसे नहीं पूछ सकता। जहां तक मेरी बात है तो कमलनाथ हमारे नेता हैं। भविष्य में जो कुछ भी होने वाला है उसके बाद ही मैं अपना निर्णय लूंगा। वहीं मुझे नहीं लगता की ऐसा कुछ होगा। राजनीतिक परिस्थितियां जिस हिसाब से बदलेंगी उनके मुताबिक निर्णय लिए जाते हैं। अभी मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।