बच्चों की छुट्टियों पर डाका, शीतकालीन अवकाश में स्कूल संचालकों की मनमानी
जबलपुर। जिले में सिर्फ शासकीय स्कूलों में ही राज्य शिक्षा केन्द्र के आदेश का पालन होता है। कई निजी और अर्द्ध शासकीय और इंग्लिश मीडियम स्कूल बच्चों की छुट्टियों पर डाका डाल रहे हैं। शीतकालीन अवकाश में संचालकों की मनमानी से अभिभावक भी हैरान हैं। दिसंबर माह में अवकाश के लिए डीईओ ने भी सभी स्कूलों को 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया है। बावजूद इसके दर्जनों स्कूलों ने 2 जनवरी से स्कूल खोले जाने मैसेज भेजना शुरू कर दिया है।
उल्लेखीय है कि जिले में 700 से अधिक निजी, अर्द्ध शासकीय और इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित हो रहे हैं। आरएसके के निर्देश पर डीईओ ने सभी शासकीय स्कूलों समेत निजी स्कूल संचालकों को शीतकालीन अवकाश देने आदेश भेजे हैं। डीईओ के आदेश का खुला माखौल उड़ाया जा रहा है। खास बात ये है कि शासकीय स्कूल ही आदेशों का पालन कर रहे हैं।
सर्कुलर नहीं आया
कई सीबीएसई पेटर्न पर संचालित स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उनके पास डीईओ का सर्कुलर नहीं आया है। पूर्व में सीबीएसई पेटर्न के तहत अवकाश दे दिया है। यदि इस बीच डीईओ कार्यालय से आदेश आएगा तो उसका पालन कराया जाएगा।
अभिभावक संशय में
एक तरफ अखबारों में 4 जनवरी तक अवकाश की सूचना जारी की गई है। कई शिक्षकों ने भी अवकाश की जानकारी लोगों को दी है। इसके बाद भी अभिभावकों के मोबाइल पर 2 जनवरी से स्कूल खोलने के मैसेज भेजे जा रहे हैं। इससे अभिभावकों में संशय बना हुआ है कि आखिर बच्चों को कब से स्कूल भेजना है।
पहले ही दे चुके छुट्टियां
निजी स्कूल संचालकों की मानें तो उन्होंने 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक शालाओं में अवकाश दे दिए हैं। ऐसे में अब 4 जनवरी तक अवकाश बढ़ाने से 2 दिन शिक्षण कार्य प्रभावित होगा। अब वार्षिक परीक्षा की तैयारी भी कराना है। ऐसे में प्रत्येक दिन शिक्षण कार्य जरूरी है।
शीतकालीन अवकाश 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक राज्य शिक्षा विभाग ने घोषित किया है। आदेश की प्रति सभी शासकीय-निजी स्कूलों को दे दी गई है। नियमों का पालन न करने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। -घनश्याम सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी
स्कूल की हर कक्षाओं में 24 दिसंबर से 1 जनवरी तक अवकाश दिया जा चुका है। सीबीएसई पेटर्न वाले स्कूलों के लिए सर्कुलर नहीं आता है। यदि डीईओ से सर्कुलर आएगा तो 4 जनवरी तक अवकाश जारी कर दिया जाएगा। -डॉ. परिधि भार्गव, लिटिल वर्ल्ड स्कूल