रविवार से शनिदेव का कुंभ राशि में उदय

रविवार से शनिदेव का कुंभ राशि में उदय

इंदौर। शनिदेव अभी कुंभ राशि में मौजूद हैं और अस्त हैं। 5 मार्च को रात के 10:36 मिनट पर कुंभ राशि में रहते हुए शनि उदय होंगे। वैदिक ज्योतिष में किसी ग्रह के अस्त होने से वह अपनी पूरी क्षमता से सभी राशियों पर प्रभाव नहीं डाल पाता। शनिदेव के उदय होने पर इसका असर सभी राशियों के ऊपर पड़ेगा। इस बार शनि के उदय होने पर कुछ राशियों के ऊपर इसका शुभ प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा। मेष, वृषभ, मिथुन व तुला राशियों वाले जातकों के लिए अत्यंत शुभ होगा। वहीं कर्क, वृश्चिक, मकर, कुंभ व मीन राशियों की परेशानियों में इजाफा करेगा। ज्योतिषविद् पं. कान्हा जोशी के अनुसार शनिदेव न्यायाधिपति और कर्म फलदाता है। शनिदेव सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। यह किसी एक राशि में सबसे ज्यादा समय तक रहते हैं, जिस कारण से जिन लोगों पर इनका शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ता है उसका असर काफी लंबे समय तक रहता है।

दूसरी राशि तक जाने में लगते हैं ढाई वर्ष-शनि एक से दूसरी राशि में जाने के लिए करीब ढाई वर्षों तक समय लगाते हैं। वहीं जिन लोगों के ऊपर शनि की साढ़े साती लगती है उनका जीवन काफी परेशानियों के साथ बीतता है। पं. कान्हा बताते हैं कि यदि किसी जातक की राशि में शनि शुभ है तो वह व्यक्ति को हर तरह की सुख-सुविधा का लाभ प्रदान करते हैं।