बिस्तर बढ़ाने के प्रस्ताव में जिम्मेदारों की अनदेखी
जबलपुर। शहर के जिला अस्पताल में बिस्तर बढ़ाने के लिए बनाये गये प्रस्ताव में अपने ही विभाग के जिम्मेदारों की अनदेखी अब स्वास्थ्य अधिकारियों को भारी पड़ रही है। दरअसल मामला है अस्पताल परिसर में सिटी स्केन मशीन की शिफ्टिंग का, जिसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारी इन दिनों खासे परेशान नजर आ रहे है। विक्टोरिया अस्पताल में बढ़ाये जाने वाले 225 बिस्तरों के लिए पुरानी व नए भवन को तोड़कर प्रस्ताव के मुताबिक नए वार्ड बनाये जाने हैं। ऐसे में जिला अस्पताल प्रबंधन ने एनआरसी को मनमोहन नगर तो भेजने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, लेकिन सिटी स्केन मशीन को ओपीडी में शिफ्ट किये जाने के लिए पेंच फंस गया है।
कौन देगा 14 लाख रुपए
सूत्रों की मानें स्वास्थ्य विभाग ने जब निजी कम्पनी को सिटी स्केन मशीन को ओपीडी में शिफ्ट करने के लिए कहा, तो कम्पनी के अधिकारियों ने उनके सामने यह तो हामी भर दी कि वे इसे शिफ्ट कर देंगे। शिफ्ट किये जाने की पूरी प्रक्रिया में करीब 14 लाख रुपए का खर्च आएगा वो विभाग दे दे तो वे अपने इंजीनियर को बुलायेंगे ओर यहां से मशीन जहां पर जगह दी जा रही है वहां लगा देंगे। इस पर अधिकारी पशोपेश में पड़ गये हैं कि आखिर ये खर्चा कौन देगा।
ये है बड़ा सवाल
विभाग के आला अधिकारी अब इस पेंच के फंसने के बाद तत्कालीन सिविल सर्जन और सीएमएचओ के ऊपर खासे नाराज है। अधिकारियों का कहना है कि इन अधिकारियों ने यदि जगह का सही मूल्यांकन कराया होता तो ये मशीन यहां पर न लगाई जाती। विक्टोरिया अस्पताल में बिस्तर बढ़ाने का प्रस्ताव करीब 2 साल से बन रहा है। ऐसे में क्या तत्कालीन अधिकारियों को जानकारी नहीं थी कि नई बिल्डिंग के लिए यही जगह सिर्फ शेष बची है।
जिला अस्पताल में संचालित सिटी स्केन मशीन को निर्माण कार्य के चलते शिफ्ट किया जाना है। इसमें कम्पनी के अधिकारियों ने करीब 14 लाख रुपए के व्यय होने की बात कही है। इसे लेकर उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है। डॉ. संजय मिश्रा, सीएमचओ जबलपुर