रीगल टॉकीज : पहले पर्दा गिरा, अब जला
इंदौर। इंदौर की पहचान रीगल टॉकीज में सोमवार को भीषण आग लग गई। गौरतलब है कि यह टॉकीज सालों से बंद पडा था। आग लगने की सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। जब टॉकीज से धुआं निकलता दिखाई दिया तो लोगों ने इसी दौरान फायर ब्रिगेड को सूचना दी, पर कुछ ही मिनट में आग ने पूरे टॉकीज को अपनी चपेट में ले लिया। आग ने इतना विकराल रूप ले लिया था कि काफी दूर से आग का धुआं नजर आ रहा था।
हालांकि रीगल टॉकीज काफी सालों से बन्द होने की वजह से खंडर हो चुका है और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका था। टॉकीज के पास के व्यापारियों ने बताया कि टॉकीज के खण्डहर होने की वजह से इसमें नशाखोरी होने लगी है, वहीं आग की सूचना पर क्षेत्रीय विधायक आकाश भी मौके पर पहुंचे। दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काफी मशक्कत के बाद काबू पाया। अगर समय रहते आग काबू में नहीं आ पाती तो पास की मल्टी में भी आग लग सकती थी।
पहले पर्दा गिरा अब पर्दा जला
होलकर राज में मनोरंजन केंद्र के लिए 1930 में जमीन लीज पर दी गई, 1934 में उषा किरण टॉकीज फिल्म हरिश्चंद्र के प्रदर्शन से शुरू हुआ जो बाद में रीगल नाम से फेमस हुआ। चार साल पहले अंतिम फिल्म ड्रीम गर्ल को उतारने के साथ निगम ने लीज निरस्ती के चलते रीगल टॉकीज सील कर दिया था। इस तरह पर्दा गिरने के बाद अब पर्दा जल गया है।
तंगहाल निगम की भरेगी झोली
यहां 43 हजार वर्गफीट जमीन पर कभी रीगल और मिल्की वे सिनेमा सिने प्रेमियों की धड़कन थे। आपको बता दे इस भूखंड पर निगम की व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स की प्लानिंग है। अड़चन फिलहाल रीगल टॉकीज संचालक की ओर से 2012 में हाईकोर्ट में दायर अपील एक पेंच है। हाल ही में टॉकीज प्रबंधन ने निगम की लापरवाही से सिनेमा घर का सामान चोरी होने के आरोप लगाए थे।