भिक्षुकों द्वारा बनाई राखियां सजेंगी कलाइयों पर
इंदौर। भिक्षावृत्ति कर जीवनयापन कर रहे भिक्षुकों (मानसिक रूप से कमजोर भी) को परदेशीपुरा स्थित भिक्षुक पुनर्वास केंद्र पर कौशल प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। यहां हितग्राहियों द्वारा राखी बनाई जा रही हैं। इस बार 14 हजार राखियां बनाई जा रही हैं। पिछली बार पांच हजार राखी तैयार की थीं, जो कम पड़ गई थी। यहां की राखी पीएम मोदी सहित कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों की कलाई में बंधेंगी।
नगर निगम और पलासिया पर लगेगा स्टॉल : यहां पिछले एक माह से 14 लोगों द्वारा राखी बनाई जा रही हैं। इनके द्वारा तैयारी की गई राखियों का स्टॉल नगर निगम और पलासिया पर लगाया जाएगा। राखी से मिली राशि और जिनके अकाउं हैं उनके खाते में डाल दिया जाता है। फिलहाल केंद्र के 11 एवं दो भिक्षुक (जो घर जा चुके है),राखी बना रहै हैं। इसके द्वारा 300 रुपए तक की राखी बनाई जा रही हैं।
ये तैयार कर रहे हैं राखियां : वंदना ढूढ़क्रवाल, सरिता यादव, शांताबाई, अनिता तिवारी, सुनीता रिमझा, कमला मिश्रा, अनिता अग्रवाल, मन्नालाल बामणिया, जगदीश राठौर, प्रकाश पंवार, देवेंद्र, शिव, गोपाल, सुभाष राखी बना रहे हैं। सुभाष, अमित और अनिता घर जा चुके हैं।
यहां की राखी पीएम मोदी को पहुंचाई गई है। साथ ही अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को राखी शीघ्र ही भेजी जाएंगी। राखी के दिन यहां देवी अहिल्याबाई की फोटो वाली राखी बांधी जाएगी। - रूपाली जैन, संचालिका भिक्षुक