मध्य प्रदेश के 14 जिलों में बारिश, भोपाल में नवंबर में मावठे का 10 साल का रिकॉर्ड टूटा

मौसम : दो-तीन दिन बारिश के आसार, सुबह छाएगा घना कोहरा

मध्य प्रदेश के 14 जिलों में बारिश, भोपाल में नवंबर में मावठे का 10 साल का रिकॉर्ड टूटा

 भोपाल। राजधानी समेत प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदल गया है। रविवार देर रात से शुरू हुई मावठे की बारिश दूसरे दिन सोमवार को भी रुक-रुक कर जारी रही। 14 जिलों में बारिश दर्ज हुई। इससे कई जगह तापमान में गिरावट दर्ज हुई। 17.2 डिग्री के साथ छिंदवाड़ा सबसे ठंडा रहा। कई शहरों में भी दिन का पारा 6 से 8 डिग्री लुढ़क गया। भोपाल में दिन का तापमान सात डिग्री गिरकर 20.8 डिग्री रहा। बीते 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश 3.32 इंच खरगोन में दर्ज हुई, जबकि इंदौर में दो इंच पानी गिरा। भोपाल में नवंबर में मावठे की बारिश ने 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां 24 घंटे में 8.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विज्ञानी डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि ईरान के आसपास पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। वहीं, चक्रवाती घेरा और ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। प्रदेश के बीचों-बीच में चक्रवाती हवाओं का घेरा है। इससे प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि का दौर शुरू हो गया है, जो 30 नवंबर तक चलेगा। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है।

प्रदेश के बड़े शहरों के हाल

इंदौर

2 इंच से ज्यादा बारिश हुई: शहर में 24 घंटे में 2 इंच से अधिक की बारिश हुई है। इसके बाद दिन के तापमान में सीधे 9 डिग्री की गिरावट आई। अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और रात का पारा 14.6 आ गया।

ग्वालियर

सुबह और शाम बूंदाबांदी, ठंडी हवाएं चलीं: सुबह करीब 6:00 और शाम को लगभग 4:00 बजे बूंदाबांदी हुई है। सुबह के समय 0.6 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे मौसम और ठंडा हो गया है।

जबलपुर

हल्की बारिश से ठंड बढ़ी: शहर में सोमवार शाम को करीब 5.30 बजे से हल्की बारिश ने ठंड बढ़ा दी। हालांकि करीब आधे घंटे के बाद बारिश थम गई। सुबह से सर्द हवाओं के बीच हुई बारिश से तापमान में गिरावट आई है। बताते हैं कि मौसम विभाग ने करीब एक सप्ताह पहले ही 27 नवम्बर से मौसम में बदलाव और बारिश की चेतावनी दी थी।

बारिश का क्या होगा असर

फसलों के लिए लाभदायक: भोपाल-नर्मदापुरम के संयुक्त संचालक कृषि बाबूलाल बिलैया का कहना है कि बारिश गेहूं सहित दूसरी फसलों के लिए अमृतवर्षा है। इससे फसलों में लगे कीट, रोग से भी राहत मिल जाती है। वहीं, रबी सीजन में गेहूं, चना, मसूर, अलसी व राई की फसल लेने वाले किसान, जो अभी बोवनी कर चुके है, उन्हें सिंचाई से राहत मिलेगी। अंकुरण भी जल्द होगा। इधर, कृषि विज्ञान केंद्र पवारखेड़ा के कृषि वैज्ञानिक डॉ. विजय अग्रवाल ने बताया कि बारिश से टमाटर, मिर्च सहित अन्य सब्जी की फसल की बढ़त तेज होगी।

एक्यूआई घटा: बारिश के चलते भोपाल सहित अन्य शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) सुधरा है। भोपाल में रविवार को पर्यावरण परिसर के पास एक्यूआई 295 और कलेक्ट्रेट के पास 283 था। सोमवार को यह घटकर क्रमश: 187 और 243 पहुंच गया है। हालांकि अब भी यह मॉडरेट और पुअर श्रेणी में है।

यहां छाएगा घना कोहरा: सीहोर, खंडवा, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, ग्वालियर, भिंड, मुरैना और भोपाल में कोहरा छाने से विजिबिलिटी 1000 मीटर तक रहेगी।