सायबर ठगों पर देश भर के दस राज्यों में 76 स्थानों पर छापेमारी

इंटरपोल के इनपुट पर सीबीआई का ऑपरेशन चक्र 2

सायबर ठगों पर देश भर के दस राज्यों में 76 स्थानों पर छापेमारी

नई दिल्ली। सीबीआई ने साइबर क्राइम से फाइनेंशियल क्राइम के पांच अलग-अलग मामले दर्ज करने के बाद ऑपरेशन चक्र-2 के तहत देशभर में 76 ठिकानों पर छापे मारे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से एक मामला क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी से भारतीय नागरिकों के 100 करोड़ रुपए का फ्रॉड करने वाले रैकेट से संबंधित है।

अमेजन - एमएस ने भी की थी शिकायत:

अमेजन व माइक्रोसॉμट की इस शिकायत पर दो मामले दर्ज किए गए थे। आरोपी कॉल सेंटर चलाते थे और विदेशी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए खुद को कंपनियों के तकनीकी सहयोगी के रूप में पेश करते थे। सीबीआई ने कहा कि उप्र, मप्र , कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में छापे मारे गए हैं।

  • सीबीआई को इंटरपोल और कई देशों से मिला था सायबर ठगी का इनपुट। 
  • भारत में ही कर चुके हैं 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी। 
  • सीबीआई यूके, यूएस, सिंगापुर, जर्मनी और इंटरपोल से साझा करेगी इसकी जानकारी।

आरोपी 5 राज्यों में चला रहे थे ठगी करने वाले 9 कॉल सेंटर

आरोपी 5 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 9 कॉल सेंटरों का संचालन कर रहे थे और खुद को बड़ी कंपनियों के टेक्निकल सपोर्ट रिप्रेजेंटेटिव के रूप में पेश करके ऑर्गेनाइज्ड तरीके से लोगों को शिकार बनाते थे।

बैंक खाते फ्रीज किए: सीबीआई के मुताबिक कई बैंक खाते फ्रीज किए गए हैं। तलाशी के दौरान 32 मोबाइल फोन, 48 लैपटॉप, दो सर्वर की तस्वीरें, 33 सिम कार्ड और पेन ड्राइव जब्त किए हैं। इसके साथ ही एजेंसी ने 15 ईमेल खातों की डिटेल को भी जब्त किया है। इससे आरोपियों द्वारा की गई साजिश का पता चल सकेगा।

क्रिप्टो-करंसी धोखाधड़ी का भांड़ाफोड़:

ऑपरेशन ने क्रिप्टो- करंसी धोखाधड़ी का भी भांड़ाफोड़ किया है। इस फर्जी क्रिप्टो माइनिंग से करीब 100 करोड़ रुपए की ठगी भारतीयों से की गई है। गौरतलब है कि ऑपरेशन चक्र- टू से एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन अपराधियों को खत्म करने की व्यापक कार्रवाई की जा रही है।

जुआ, अवैध सट्टेबाजी से सालाना दो लाख करोड़ के टैक्स का नुकसान

 क्रिकेट विश्वकप- 2023 अपने पूरे रंग में है और इसके साथ ही गैरकानूनी सट्टेबाजी गतिविधियां भी जोर पकड़ रही हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गैरकानूनी सट्टेबाजी और जुआ गतिविधियों से कर विभाग को करीब दो लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। थिंक चेंज फोरम (टीसीएफ) की रिपोर्ट के अनुसार, खेल मुकाबलों पर अवैध सट्टेबाजी बाजार में भारत से सालाना 8,20,000 करोड़ रुपये के दांव लगाए जाते हैं।

जानें नुकसान का गणित

: भारत में 8,20,000 करोड़ रुपए की राशि पर हर साल सट्टा लगाया जाता है। इस पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है। यह टैक्स राशि 2,29,600 करोड़ रुपए होती है। राशि सरकार को नहीं मिलने से उसे नुकसान हो रहा है।